कॉलोनी का विकास छोड़ प्लॉट हजम करने लगे झंवर
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
महेंद्र पिता नाथूलाल जैन ने मोर्या हिल्स पर मार्च 1997 में पत्नी के नाम पर प्लॉट (1429/1/3/1) मोहनलाल बंसल से खरीदा था। अर्से तक विश्वस्तरीय कॉलोनी का इंतजार करते रहे। इस बीच बंसल से बात हुई तो वे उत्तम झंवर से मिलाने का झांसा देते रहे। एक आयोजन में हुई मुलाकात में झंवर ने साफ कहा कॉलोनी विकसित नहीं होगी। आज इसी प्लॉट पर जबरिया उर्मिला झंवर का बोर्ड लगा है। झंवर से बात की तो जवाब मिला प्लॉट मुझे दे दो, वरना कब्जा करवा दूंगा।
भूरी टेकरी पर मोर्या हिल्स कॉलोनी के इंतजार में 20 साल बीता चुके प्लॉटधारकों ने लगातार तीसरे मंगलवार जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर और डीआईजी को अपना दर्द बयां करते हुए यह बात बताई। जैन ने बताया कि जमीन की कीमतें आसमान छूने के कारण ही झंवर परिवार के मन में खोट आई है। इसीलिए वे अब प्लॉटों पर कब्जे भी कर रहे हैं। इसी तरह राजकुमार टुटेजा ने बताया कि मैंने युनाइटेड ट्रांसपोर्ट रोड सर्विस के नाम से प्लॉट खरीदा था। इसके अलावा पत्नी अंजू टुटेजा और मांग राजकुमारी टुटेजा के नाम से भी प्लॉट खरीदे। झंवर द्वारा दिए गए आदर्श कॉलोनी के झांसे में फंसे और जमापूंजी लगा बैठे। आज रो रहे हैें।
इसी तरफ इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी सतीश अग्रवाल ने भी अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि जुलाई 1997 में प्लॉट खरीदा था। झंवर ने कहा था दो-तीन साल में कॉलोनी विकसित हो जाएगी। 20 साल हो चुके हैं, आने वाले वर्षों में भी कॉलोनी विकसित हो जाएगी, फिलहाल ऐसा लग भी नहीं रहा है। यहां स्वीमिंग पुल, क्लब, जिम, सोना बाथ, बगीचे, लैंडस्कैप, रोड, डेÑनेज, पानी, सुरक्षा जैसी सुविधाएं गिनाई गई थी जो कॉलोनी के साथ ही कागजों में दफन होकर रह गई।
पेश किया डेवलपमेंट अनुबंध
कॉलोनी नहीं, कृषि भूमि बेची थी, कहने वाले झंवर बंधुओं को करारा झटका देते हुए प्लॉटधारकों ने डीआईजी के समक्ष एक एग्रीमेंट प्रस्तुत किया। राज पति सतीश अगग्रवाल निवासी न्यू पलासिया और मोर्या हाउसिंग लिमिटेड, पंजीकृत 2 होम स्ट्रीट, 16 दत्तात्रय रोड शांताक्रुज मुंबई के बीच हुए यह डेवलमेंट एग्रीमेंट हुआ था। एग्रीमेंट पर झंवर के दस्तखत हैं। ऐसा एग्रीमेंट हर प्लॉट होल्डर से किया गया था। 0.084 हेक्टेयर प्लॉट के लिए हुए एग्रीमेंट में विकास शुल्क के रूप में वसूले गए 1 लाख 35 हजार 576 रुपए का जिक्र भी है।
मुख्यमंत्री को शिकायत
मामले की शिकायत सीएम हैल्पलाइन के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी की गई है। शिकायत सोमवार को पंजीबद्ध (582636) हुई है। सीएम हैल्पलाइन पर ऐसी आधा दर्जन शिकायतें हुई हैं।
15 प्लॉट होल्डर रख चुके अपना पक्ष
मोर्या हिल्स में झंवर बंधुओं की मनमानी का खुलासा 10 जनवरी को हुई जनसुनवाई के दौरान हुआ था। इसके बाद 17 जनवरी और 24 जनवरी को लगातार शिकायतें हुई। अब तक डीआईजी के समक्ष दर्जनभर प्लॉटधारक शिकायत कर चुके हैं। प्लॉटधारकों ने पूर्व में की गई शिकायतों पर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से जल्दी जांच कराए जाने की मांग भी की।
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
महेंद्र पिता नाथूलाल जैन ने मोर्या हिल्स पर मार्च 1997 में पत्नी के नाम पर प्लॉट (1429/1/3/1) मोहनलाल बंसल से खरीदा था। अर्से तक विश्वस्तरीय कॉलोनी का इंतजार करते रहे। इस बीच बंसल से बात हुई तो वे उत्तम झंवर से मिलाने का झांसा देते रहे। एक आयोजन में हुई मुलाकात में झंवर ने साफ कहा कॉलोनी विकसित नहीं होगी। आज इसी प्लॉट पर जबरिया उर्मिला झंवर का बोर्ड लगा है। झंवर से बात की तो जवाब मिला प्लॉट मुझे दे दो, वरना कब्जा करवा दूंगा।
भूरी टेकरी पर मोर्या हिल्स कॉलोनी के इंतजार में 20 साल बीता चुके प्लॉटधारकों ने लगातार तीसरे मंगलवार जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर और डीआईजी को अपना दर्द बयां करते हुए यह बात बताई। जैन ने बताया कि जमीन की कीमतें आसमान छूने के कारण ही झंवर परिवार के मन में खोट आई है। इसीलिए वे अब प्लॉटों पर कब्जे भी कर रहे हैं। इसी तरह राजकुमार टुटेजा ने बताया कि मैंने युनाइटेड ट्रांसपोर्ट रोड सर्विस के नाम से प्लॉट खरीदा था। इसके अलावा पत्नी अंजू टुटेजा और मांग राजकुमारी टुटेजा के नाम से भी प्लॉट खरीदे। झंवर द्वारा दिए गए आदर्श कॉलोनी के झांसे में फंसे और जमापूंजी लगा बैठे। आज रो रहे हैें।
इसी तरफ इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी सतीश अग्रवाल ने भी अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि जुलाई 1997 में प्लॉट खरीदा था। झंवर ने कहा था दो-तीन साल में कॉलोनी विकसित हो जाएगी। 20 साल हो चुके हैं, आने वाले वर्षों में भी कॉलोनी विकसित हो जाएगी, फिलहाल ऐसा लग भी नहीं रहा है। यहां स्वीमिंग पुल, क्लब, जिम, सोना बाथ, बगीचे, लैंडस्कैप, रोड, डेÑनेज, पानी, सुरक्षा जैसी सुविधाएं गिनाई गई थी जो कॉलोनी के साथ ही कागजों में दफन होकर रह गई।
पेश किया डेवलपमेंट अनुबंध
कॉलोनी नहीं, कृषि भूमि बेची थी, कहने वाले झंवर बंधुओं को करारा झटका देते हुए प्लॉटधारकों ने डीआईजी के समक्ष एक एग्रीमेंट प्रस्तुत किया। राज पति सतीश अगग्रवाल निवासी न्यू पलासिया और मोर्या हाउसिंग लिमिटेड, पंजीकृत 2 होम स्ट्रीट, 16 दत्तात्रय रोड शांताक्रुज मुंबई के बीच हुए यह डेवलमेंट एग्रीमेंट हुआ था। एग्रीमेंट पर झंवर के दस्तखत हैं। ऐसा एग्रीमेंट हर प्लॉट होल्डर से किया गया था। 0.084 हेक्टेयर प्लॉट के लिए हुए एग्रीमेंट में विकास शुल्क के रूप में वसूले गए 1 लाख 35 हजार 576 रुपए का जिक्र भी है।
मुख्यमंत्री को शिकायत
मामले की शिकायत सीएम हैल्पलाइन के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी की गई है। शिकायत सोमवार को पंजीबद्ध (582636) हुई है। सीएम हैल्पलाइन पर ऐसी आधा दर्जन शिकायतें हुई हैं।
15 प्लॉट होल्डर रख चुके अपना पक्ष
मोर्या हिल्स में झंवर बंधुओं की मनमानी का खुलासा 10 जनवरी को हुई जनसुनवाई के दौरान हुआ था। इसके बाद 17 जनवरी और 24 जनवरी को लगातार शिकायतें हुई। अब तक डीआईजी के समक्ष दर्जनभर प्लॉटधारक शिकायत कर चुके हैं। प्लॉटधारकों ने पूर्व में की गई शिकायतों पर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से जल्दी जांच कराए जाने की मांग भी की।
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