डॉक्टरों ने कर दी स्वीकृत नक्शे की सर्जरी
इंदौर. विनोद शर्मा ।
एप्पल हॉस्पिटल बनाने वाली फ्रेंड्स यूनिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के संचालकों ने बिल्डिंग निर्माण में मनमानी के ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए हैं जो टॉप क्लास बदनाम बिल्डर नहीं कर पाए। फिर मामला कमर्शियल पर्मिशन लेकर बनाया गये अस्पताल का हो या फिर बिल्डिंग की ऊंचाई में किए गए खेल का। दस्तावेजों की मानें तो ले-आउट 18 मीटर(60 फीट) ऊंची बिल्डिंग का मंजूर हुआ था जबकि बिल्डिंग बनी ॅकरीब 27 मीटर (90 फीट) ऊंची।
एप्पल हॉस्पिटल की तफ्तीश रोज नए राज उगल रही है। इस कड़ी में दबंग दुनिया के हाथ जो दस्तावेजी प्रमाण लगे हैं उनके अनुसार 26 फरवरी 2011 को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट ने कस्बा इंदौर के सर्वे नं. 1618/3/1, 1618/3/2, 1619/1 और 1619/2 की 0.170 हेक्टेयर जमीन पर 18 मीटर ऊंची बिल्डिंग का ले-आउट (1362-1366/एसपी/640/10/नग्रानि) मंजूर किया था। 18 मीटर मतलब 60 फीट। यदि एक फ्लोर की ऊंचाई 10 फीट है तो कुल छह मंजिल।
27 मीटर ऊंची बना दी बिल्डिंग
मौके पर जो बिल्डिंग बनी है वह 18 मीटर से ज्यादा ऊंची है। बिल्डिंग में तीन बेसमेंट हैं। ग्राउंड फ्लोर और ऊपर सात मंजिल। चूंकि बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के लिए होता है इसीलिए उसे बिल्डिंग की हाइट में काउंट नहीं किया जाता। इसी तरह ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग है तो भी हाईट पहली मंजिल से काउंट होगी। यहां डबल ग्राउंड फ्लोर हैं।
यदि सामान्यत: 10 फीट हाइट है तो भी 20 फीट ऊंचा तो ग्राउंड फ्लोर ही है। इस पर औसत 10 फीट के हिसाब से सात मंजिलें। मतलब कुल 90 फीट ऊंचाई। इसकी पुष्टि नगर निगम द्वारा की गई नपती की रिपोर्ट भी करती है। हालांकि उसमें छह मंजिल का ही जिक्र है। सातवीं मंजिल गायब है।
पतों में भी पचड़ा, ताकि न आए पकड़
टीएनसीपी : कस्बा इंदौर सर्वे नं. 1618/3/1, 1618/3/2, 1619/1 और 1619/2
नगर निगम : प्लॉट नं. 127-1-3, पीपल्याराव
एमसीए : 15/1 ट्रांसपोर्टनगर
एमसीआई : 5/1 भंवरकुआं मेनरोड
जस्टडायल : 15/1 भंवरकुआं मेनरोड
यह हैं फ्रेंड्स यूनिट के संचालक
नाम पता
उमेश मित्तल जैतपुरा धार
डॉ.मनोज शर्मा 61 अग्रवालनगर
दलजीतसिंह आर-118-119 खातीवाला टैंक
राजेंद्रनगर अग्रवाल 27 मनीषबाग
हिंमांशु अग्रवाल ए-23 नवलखा कॉम्पलेक्स
हरिसिंह पटेल 9 कालिंदी कुंज
उर्वशी अग्रवाल एफ-7 शिवमोतीनगर
इंदौर. विनोद शर्मा ।
एप्पल हॉस्पिटल बनाने वाली फ्रेंड्स यूनिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के संचालकों ने बिल्डिंग निर्माण में मनमानी के ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए हैं जो टॉप क्लास बदनाम बिल्डर नहीं कर पाए। फिर मामला कमर्शियल पर्मिशन लेकर बनाया गये अस्पताल का हो या फिर बिल्डिंग की ऊंचाई में किए गए खेल का। दस्तावेजों की मानें तो ले-आउट 18 मीटर(60 फीट) ऊंची बिल्डिंग का मंजूर हुआ था जबकि बिल्डिंग बनी ॅकरीब 27 मीटर (90 फीट) ऊंची।
एप्पल हॉस्पिटल की तफ्तीश रोज नए राज उगल रही है। इस कड़ी में दबंग दुनिया के हाथ जो दस्तावेजी प्रमाण लगे हैं उनके अनुसार 26 फरवरी 2011 को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट ने कस्बा इंदौर के सर्वे नं. 1618/3/1, 1618/3/2, 1619/1 और 1619/2 की 0.170 हेक्टेयर जमीन पर 18 मीटर ऊंची बिल्डिंग का ले-आउट (1362-1366/एसपी/640/10/नग्रानि) मंजूर किया था। 18 मीटर मतलब 60 फीट। यदि एक फ्लोर की ऊंचाई 10 फीट है तो कुल छह मंजिल।
27 मीटर ऊंची बना दी बिल्डिंग
मौके पर जो बिल्डिंग बनी है वह 18 मीटर से ज्यादा ऊंची है। बिल्डिंग में तीन बेसमेंट हैं। ग्राउंड फ्लोर और ऊपर सात मंजिल। चूंकि बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के लिए होता है इसीलिए उसे बिल्डिंग की हाइट में काउंट नहीं किया जाता। इसी तरह ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग है तो भी हाईट पहली मंजिल से काउंट होगी। यहां डबल ग्राउंड फ्लोर हैं।
यदि सामान्यत: 10 फीट हाइट है तो भी 20 फीट ऊंचा तो ग्राउंड फ्लोर ही है। इस पर औसत 10 फीट के हिसाब से सात मंजिलें। मतलब कुल 90 फीट ऊंचाई। इसकी पुष्टि नगर निगम द्वारा की गई नपती की रिपोर्ट भी करती है। हालांकि उसमें छह मंजिल का ही जिक्र है। सातवीं मंजिल गायब है।
पतों में भी पचड़ा, ताकि न आए पकड़
टीएनसीपी : कस्बा इंदौर सर्वे नं. 1618/3/1, 1618/3/2, 1619/1 और 1619/2
नगर निगम : प्लॉट नं. 127-1-3, पीपल्याराव
एमसीए : 15/1 ट्रांसपोर्टनगर
एमसीआई : 5/1 भंवरकुआं मेनरोड
जस्टडायल : 15/1 भंवरकुआं मेनरोड
यह हैं फ्रेंड्स यूनिट के संचालक
नाम पता
उमेश मित्तल जैतपुरा धार
डॉ.मनोज शर्मा 61 अग्रवालनगर
दलजीतसिंह आर-118-119 खातीवाला टैंक
राजेंद्रनगर अग्रवाल 27 मनीषबाग
हिंमांशु अग्रवाल ए-23 नवलखा कॉम्पलेक्स
हरिसिंह पटेल 9 कालिंदी कुंज
उर्वशी अग्रवाल एफ-7 शिवमोतीनगर
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