- 37 साल पुराने घर को हटाने के लिए दिया सोमवार तक का अल्टीमेटम
इंदौर. विनोद शर्मा ।
सर्वानंद गृह निर्माण सहकारी संस्था की जमीन की मनमाने ढंग से बंदरबांट कर चुके कुख्यात भू-माफिया रणवीरसिंह उर्फ बॉबी छाबड़ा और उसके गुर्गे गोपाल दरियानी की नीयत अब चौकीदार के घर डगमगा गई है। चार दशक से संस्था की ओर से जमीन की चौकीदारी करते आए शर्मा परिवार को सोमवार तक घर खाली करने का फरमान ‘बी’ कंपनी जारी कर चुकी है। चेता भी दिया गया है कि यदि मकान खाली नहीं हुआ तो नेस्तनाबुद कर दिया जाएगा। बहरहाल, चौकीदार परिवार की नींद उड़ी हुई है लेकिन न प्रशासनिक अधिकारी साथ देने को तैयार है, न ही पुलिस प्रशासन।
अर्से तक भारतीय सेना में सेवा देते रहे ज्ञानसिंह पिता शिवसिंह सोलंकी को सन 1980 में सर्वानंद गृह निर्माण सहकारी संस्था के संचालक रहे हीरानंद जादवानी और आसुदामल जी ने संस्था की जमीन की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा था। 2003 में सोलंकी के निधन के बाद उनकी बेटी का परिवार यहां रह रहा है। चौकीदारी से लेकर मंदिर की देखभाल तक कर रहा है। न सोलंकी को पूरी तनख्वाह मिली, न ही उनके परिवार को। कहा गया कि आपको प्लॉट दे देंगे।
संस्था ली तब आपत्ति नहीं ली
पूर्व संचालकों से सर्वानंद का कब्जा लेते वक्त भी बॉबी छाबड़ा और उनकी टीम ने परिवार से किसी तरह का सवाल नहीं किया। उलटा, परिवार द्वारा उनके वहां रहने की वजह व जो प्रमाण दिया गया उसके आधार पर बॉबी ने कहा था कि आप जहां हो वहीं रहो, हमें कोई आपत्ति नहीं है। कल कुछ करना भी हुआ तो आपस में बैठकर निर्णय कर लेंगे।
दरियानी ने बनाया दबाव
चूंकि क्षेत्र में अवैध रूप से होटलें और होस्टल बन चुके हैं इसीलिए आसपास की खाली जमीनों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। जिस प्लॉट पर चौकीदार परिवार घर बनाकर रह रहा है वह 2400 वर्गफीट का है और उसकी मौजूदा बाजार कीमत 72 लाख रुपए से ज्यादा है। इसीलिए बॉबी और उसकी टीम की नियत डगमगाने लगी। इसीलिए बी कंपनी छोटा-मोटा प्लॉट देकर परिवार को बेदखल करना चाहती है। इससे परिवार को गुरेज भी नहीं था लेकिन बीते कुछ दिनों से बिना कुछ दिए ही उन्हें वहां से बेदखल किए जाने की योजना बनाई जा रही है।
प्लॉट बताया, जो पहले ही बिक चुका है
15 दिन पहले ही गोपाल दरियानी ने परिवार को सर्वानंदनगर में ही पीछे 1000 वर्गफीट का प्लॉट दिखाकर कहा था कि तुम्हारे जो पैसे निकल रहे हैं उसके बदले में यह नापकर दे देंगे। परिवार ने जह उक्त प्लॉट की जानकारी निकाली तो पता चला कि प्लॉट दूसरे किसी व्यक्ति को पहले ही आवंटित किया जा चुका है।
धोखा दे रहा है दरियानी
संस्था संचालकों ने ही चौकीदारी पर पिताजी को रखा था। मैं एक ही संतान हूं। शुरू से यहीं रह रही हूं। संस्था लेते वक्त भी बॉबी ने भी नहीं पूछा, जब हमने पूछा तो उन्होंने कहा तुम्हें दिक्कत नहीं आएगी। बिका हुआ प्लॉट दिखाकर दरियानी धोखा दे रहा है।
निर्मला शर्मा
पास के प्लॉट को लेकर राज जायसवाल का विवाद चल रहा था तब बॉबी ने ट्रांसपोर्ट कॉ-आॅपरेटिव बैंक में बुलाकर कहा थी तुम संस्था के चौकीदार हो, तुम्हारे साथ अन्याय नहीं होगा। अब उन्हीं के आदमी प्लॉट खाली करवाने का दबाव बना रहे हैं।
विवेक जोशी, निर्मला जी के दामाद
बगीचे और सरकारी जमीनें भी हजम
सर्वानंदनगर में सार्वजनिक उपयोग की सारी जमीनें संस्था संचालकों ने बेच खाई। स्कूल और बगीचों की जमीनें हजम कर दी। यहां सेफ्टी टैंक व अन्य उपयोगी जमीनें भी नहीं छोड़ी। यह जमीन भी करीब तीन एकड़ से ज्यादा थी।
इंदौर. विनोद शर्मा ।
सर्वानंद गृह निर्माण सहकारी संस्था की जमीन की मनमाने ढंग से बंदरबांट कर चुके कुख्यात भू-माफिया रणवीरसिंह उर्फ बॉबी छाबड़ा और उसके गुर्गे गोपाल दरियानी की नीयत अब चौकीदार के घर डगमगा गई है। चार दशक से संस्था की ओर से जमीन की चौकीदारी करते आए शर्मा परिवार को सोमवार तक घर खाली करने का फरमान ‘बी’ कंपनी जारी कर चुकी है। चेता भी दिया गया है कि यदि मकान खाली नहीं हुआ तो नेस्तनाबुद कर दिया जाएगा। बहरहाल, चौकीदार परिवार की नींद उड़ी हुई है लेकिन न प्रशासनिक अधिकारी साथ देने को तैयार है, न ही पुलिस प्रशासन।
अर्से तक भारतीय सेना में सेवा देते रहे ज्ञानसिंह पिता शिवसिंह सोलंकी को सन 1980 में सर्वानंद गृह निर्माण सहकारी संस्था के संचालक रहे हीरानंद जादवानी और आसुदामल जी ने संस्था की जमीन की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा था। 2003 में सोलंकी के निधन के बाद उनकी बेटी का परिवार यहां रह रहा है। चौकीदारी से लेकर मंदिर की देखभाल तक कर रहा है। न सोलंकी को पूरी तनख्वाह मिली, न ही उनके परिवार को। कहा गया कि आपको प्लॉट दे देंगे।
संस्था ली तब आपत्ति नहीं ली
पूर्व संचालकों से सर्वानंद का कब्जा लेते वक्त भी बॉबी छाबड़ा और उनकी टीम ने परिवार से किसी तरह का सवाल नहीं किया। उलटा, परिवार द्वारा उनके वहां रहने की वजह व जो प्रमाण दिया गया उसके आधार पर बॉबी ने कहा था कि आप जहां हो वहीं रहो, हमें कोई आपत्ति नहीं है। कल कुछ करना भी हुआ तो आपस में बैठकर निर्णय कर लेंगे।
दरियानी ने बनाया दबाव
चूंकि क्षेत्र में अवैध रूप से होटलें और होस्टल बन चुके हैं इसीलिए आसपास की खाली जमीनों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। जिस प्लॉट पर चौकीदार परिवार घर बनाकर रह रहा है वह 2400 वर्गफीट का है और उसकी मौजूदा बाजार कीमत 72 लाख रुपए से ज्यादा है। इसीलिए बॉबी और उसकी टीम की नियत डगमगाने लगी। इसीलिए बी कंपनी छोटा-मोटा प्लॉट देकर परिवार को बेदखल करना चाहती है। इससे परिवार को गुरेज भी नहीं था लेकिन बीते कुछ दिनों से बिना कुछ दिए ही उन्हें वहां से बेदखल किए जाने की योजना बनाई जा रही है।
प्लॉट बताया, जो पहले ही बिक चुका है
15 दिन पहले ही गोपाल दरियानी ने परिवार को सर्वानंदनगर में ही पीछे 1000 वर्गफीट का प्लॉट दिखाकर कहा था कि तुम्हारे जो पैसे निकल रहे हैं उसके बदले में यह नापकर दे देंगे। परिवार ने जह उक्त प्लॉट की जानकारी निकाली तो पता चला कि प्लॉट दूसरे किसी व्यक्ति को पहले ही आवंटित किया जा चुका है।
धोखा दे रहा है दरियानी
संस्था संचालकों ने ही चौकीदारी पर पिताजी को रखा था। मैं एक ही संतान हूं। शुरू से यहीं रह रही हूं। संस्था लेते वक्त भी बॉबी ने भी नहीं पूछा, जब हमने पूछा तो उन्होंने कहा तुम्हें दिक्कत नहीं आएगी। बिका हुआ प्लॉट दिखाकर दरियानी धोखा दे रहा है।
निर्मला शर्मा
पास के प्लॉट को लेकर राज जायसवाल का विवाद चल रहा था तब बॉबी ने ट्रांसपोर्ट कॉ-आॅपरेटिव बैंक में बुलाकर कहा थी तुम संस्था के चौकीदार हो, तुम्हारे साथ अन्याय नहीं होगा। अब उन्हीं के आदमी प्लॉट खाली करवाने का दबाव बना रहे हैं।
विवेक जोशी, निर्मला जी के दामाद
बगीचे और सरकारी जमीनें भी हजम
सर्वानंदनगर में सार्वजनिक उपयोग की सारी जमीनें संस्था संचालकों ने बेच खाई। स्कूल और बगीचों की जमीनें हजम कर दी। यहां सेफ्टी टैंक व अन्य उपयोगी जमीनें भी नहीं छोड़ी। यह जमीन भी करीब तीन एकड़ से ज्यादा थी।
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