Saturday, June 3, 2017

25 लाख की डिमांड, सीबीएन के दो अधीक्षकों पर सीबीआई के छापे


उज्जैन में पदस्थ मुकेश खत्री और कोटा के डी.एस.मीणा पर दबिश
इंदौर.चीफ रिपोर्टर ।
सेंट्रल ब्यूरो आॅफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने अज्ञात लोगों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज करके  सेंट्रल ब्यूरो आॅफ नार्कोटिक्स (सीबीएन) के अधीक्षक मुकेश खत्री के घर और सीजीओ स्थित आॅफिस के साथ ही धर्मसिंह मीणा के कोटा कार्यालय पर छापेमार कार्रवाई की। दोनों पर आरोप है कि मीणा ने खत्री के माध्यम से 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। अन्यथा झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी।
प्राप्त सूचना के आधार पर सीबीआई की एंटी करप्शन ब्यूरो भोपाल ने 24 अक्टूबर 2016 को मीणा और खत्री के खिलाफ प्रिवेंशन आॅफ करप्शन एक्ट (पीसीए) की धारा-7 व 8 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया था। सोमवार अल सुबह सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने इंदौर में खत्री के सुखलिया स्थित घर और सीजीओ भवन स्थित सीबीएन के आॅफिस पर दबिश दी। इसी तरह एक टीम ने कोटा में मीणा के आॅफिस पर छापेमार कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता को उसके मित्र सुधीर गुप्ता के साथ एनडीपीएस एक्ट के तहत फंसाने की कोशिश की थी। गुप्ता के खिलाफ कोटा में मीणा ने ही केस दर्ज करवाया है। शिकायतकर्ता रीयल एस्टेट के साथ आयुर्वेदिक उत्पादों का भी कारोबार करता है।
16 लाख पहुंचे, लिए नहीं, मोबाइल छीन लाए
शिकायत की सीबीआई ने जांच की। पता चला कि  25 लाख रुपए की जो डिमांड की गई थी उसमें से 16 लाख रुपए 24 अक्टूबर 2016 को खत्री तक पहुंचे भी। हालांकि संदेह होने पर खत्री ने रिश्वत तो स्वीकार नहीं की लेकिन शिकायतकर्ता के दो मोबाइल फोन जरूर ले आया। इन दोनों मोबाइल की रिकवरी और प्रकरण से जुड़े दस्तावेज जब्त करने के लिए सीबीआई ने सोमवार को दबिश दी।
कहां से क्या मिला...
मुकेश खत्री - इंदौर निवास और सीजीओ भवन स्थित कार्यालय में की गई कार्रवाई के दौरान बैंक लेन-देन से जुड़े 13 दस्तावेज, 1 लॉकर की चाबी ओर एक मोबाइल जब्त किया गया।
डी.एस.मीणा- कोटा आॅफिस में हुई कार्रवाई के दौरान एक कॉर्पोरेट डायरी मिली जिसमें सुधीर गुप्ता सहित अन्य के नंबर भी है। उनसे जुड़े अन्य दस्तावेज भी मिले। मीणा के घर छानबीन जारी है। 

No comments:

Post a Comment