मुख्यमंत्री तक पहुंची 15 लाख रुपए की धोखाधड़ी की शिकायतें
इंदौर. विनोद शर्मा ।
जीर्णोद्धार के नाम पर रात में चोरी-चोरी टोयटा शो-रूम खड़ा करने वाले शरद सांघी ने शोरूम बनाने वाली कंपनी के बिलों पर कैची चलाकर 12 लाख रुपए का फटका दिया है। न कोई कारण बताया, न काम में कोई खामी निकाली। शुरूआत में ‘पैसा मिल जाएगा’, जैसा आश्वासन मिलता रहा लेकिन अब तो सीधे तौर पर हाथ खड़Þे कर दिए। इसके बाद कंपनी के कारिंदों ने सीएम हैल्पलाइन में शोरूम की शिकायत कर दी जिसे निगम के जिम्मेदारों ने खारिज कर दिया।
मामला शेखर सेंट्रल और सांघी मोटर्स के पुराने शो-रूम के बीच तकरीबन 4675 वर्गफीट (85 बाय 55 फीट) जमीन पर आकार ले चुके नए शो-रूम का कुल बिल्टअप एरिया सात हजार वर्गफीट से ज्यादा है। शरद सांघी ने इस बिल्डिंग को बनाने की जिम्मेदारी एमआरके कंस्ट्रक्शन को सौंपी गई थी जो कि लैबर कांन्ट्रेक्ट फर्म है। दोनों के बीच अपै्रल 2016 में 36.77 लाख का अनुबंध हुआ था। शोरूम पूरा होने के बाद अब तक कंपनी को भुगतान हुआ है सिर्फ 21.32 लाख रुपए का। बाकी 15 लाख रुपए के लिए आठ महीने से चक्कर काट रही है कंपनी।
अनुबंध में हुआ तय
4675 वर्गफीट की पुरानी बिल्डिंग तोड़कर नई बिल्डिंग बनाना है। इसमें मजदूरों का खाना और रात में काम करने का अतिरिक्त भत्ता भी एमआरके को ही देना होगा। पूरा पेमेंट चेक द्वारा होगा। शेड्यूल तय हुआ कि जैसे-जैसे काम होगा, वैसे-वैसे पैसा। छत डलने के बाद कहा कि अब शो-रूम
कंपलिट करोगे, तब पैसा देंगे।
इतना तेजी से किया काम
-- चूंकि काम बिना अनुमति के किया गया है इसीलिए कंपनी को पहले ही साफ कर दिया था कि पूरा काम रात में करना होगा। उसके लिए जो भी अतिरिक्त भत्ता लगेगा देंगे।
-- रेडीमेड कांक्रीट माल ख्यात ठेकेदार बीआर गोयल के मिक्सिंग प्लांट से बनकर आया। माल रात को ही ट्रकों में भरकर आता था। अपै्रल से अक्टूबर के बीच काम चला। 15 अक्टूबर तक बिल्डिंग कंपलीट कर दी गई।
-- गति बरकरार रखने के लिए एक तरफ दीवारों का प्लास्टर होता तो दूसरी तरफ हाथोहाथ पुताई कर दी जाती।
-- पहले नया स्टक्चर खड़ा करते रहे। साथ ही पुराना स्ट्रक्चर तोड़ते रहे।
टोयटा की आपत्ति के बाद बढ़ा शोरूम
सांघी परिवार ने पहले 22 फीट की हाइट पर छत प्लान की। बाद में 1200 वर्गफीट की मेजनाइन बनाई। टोयटा कंपनी ने इस पर आपत्ति ली और शोरूम को छोटा बताया। इसके बाद कुछ दिन काम बंद रहा। अंतत: मेजनाइन का एरिया 1200 से बढ़ाकर 2000 वर्गफीट कर दिया गया।
एडीजी-डीआईजी से लेकर सीएम तक की शिकायत
सांघी परिवार ने अनुबंध के आधार पर काम करवाया लेकिन अनुबंध के आधर पर पैसा दिया नहीं। इसीलिए मामले की शिकायत एडीजी, डीआईजी से लेकर मुख्यमंत्री तक को की। बीच में सांघी ने पैसा देने की हामी भर दी थी लेकिन उनके मातहतों ने अड़ंगे लगा दिए।
मनीष कुमावत, एमआरके
इंदौर. विनोद शर्मा ।
जीर्णोद्धार के नाम पर रात में चोरी-चोरी टोयटा शो-रूम खड़ा करने वाले शरद सांघी ने शोरूम बनाने वाली कंपनी के बिलों पर कैची चलाकर 12 लाख रुपए का फटका दिया है। न कोई कारण बताया, न काम में कोई खामी निकाली। शुरूआत में ‘पैसा मिल जाएगा’, जैसा आश्वासन मिलता रहा लेकिन अब तो सीधे तौर पर हाथ खड़Þे कर दिए। इसके बाद कंपनी के कारिंदों ने सीएम हैल्पलाइन में शोरूम की शिकायत कर दी जिसे निगम के जिम्मेदारों ने खारिज कर दिया।
मामला शेखर सेंट्रल और सांघी मोटर्स के पुराने शो-रूम के बीच तकरीबन 4675 वर्गफीट (85 बाय 55 फीट) जमीन पर आकार ले चुके नए शो-रूम का कुल बिल्टअप एरिया सात हजार वर्गफीट से ज्यादा है। शरद सांघी ने इस बिल्डिंग को बनाने की जिम्मेदारी एमआरके कंस्ट्रक्शन को सौंपी गई थी जो कि लैबर कांन्ट्रेक्ट फर्म है। दोनों के बीच अपै्रल 2016 में 36.77 लाख का अनुबंध हुआ था। शोरूम पूरा होने के बाद अब तक कंपनी को भुगतान हुआ है सिर्फ 21.32 लाख रुपए का। बाकी 15 लाख रुपए के लिए आठ महीने से चक्कर काट रही है कंपनी।
अनुबंध में हुआ तय
4675 वर्गफीट की पुरानी बिल्डिंग तोड़कर नई बिल्डिंग बनाना है। इसमें मजदूरों का खाना और रात में काम करने का अतिरिक्त भत्ता भी एमआरके को ही देना होगा। पूरा पेमेंट चेक द्वारा होगा। शेड्यूल तय हुआ कि जैसे-जैसे काम होगा, वैसे-वैसे पैसा। छत डलने के बाद कहा कि अब शो-रूम
कंपलिट करोगे, तब पैसा देंगे।
इतना तेजी से किया काम
-- चूंकि काम बिना अनुमति के किया गया है इसीलिए कंपनी को पहले ही साफ कर दिया था कि पूरा काम रात में करना होगा। उसके लिए जो भी अतिरिक्त भत्ता लगेगा देंगे।
-- रेडीमेड कांक्रीट माल ख्यात ठेकेदार बीआर गोयल के मिक्सिंग प्लांट से बनकर आया। माल रात को ही ट्रकों में भरकर आता था। अपै्रल से अक्टूबर के बीच काम चला। 15 अक्टूबर तक बिल्डिंग कंपलीट कर दी गई।
-- गति बरकरार रखने के लिए एक तरफ दीवारों का प्लास्टर होता तो दूसरी तरफ हाथोहाथ पुताई कर दी जाती।
-- पहले नया स्टक्चर खड़ा करते रहे। साथ ही पुराना स्ट्रक्चर तोड़ते रहे।
टोयटा की आपत्ति के बाद बढ़ा शोरूम
सांघी परिवार ने पहले 22 फीट की हाइट पर छत प्लान की। बाद में 1200 वर्गफीट की मेजनाइन बनाई। टोयटा कंपनी ने इस पर आपत्ति ली और शोरूम को छोटा बताया। इसके बाद कुछ दिन काम बंद रहा। अंतत: मेजनाइन का एरिया 1200 से बढ़ाकर 2000 वर्गफीट कर दिया गया।
एडीजी-डीआईजी से लेकर सीएम तक की शिकायत
सांघी परिवार ने अनुबंध के आधार पर काम करवाया लेकिन अनुबंध के आधर पर पैसा दिया नहीं। इसीलिए मामले की शिकायत एडीजी, डीआईजी से लेकर मुख्यमंत्री तक को की। बीच में सांघी ने पैसा देने की हामी भर दी थी लेकिन उनके मातहतों ने अड़ंगे लगा दिए।
मनीष कुमावत, एमआरके
No comments:
Post a Comment