Saturday, June 3, 2017

जांच शुरू होते ही पाठक की मां-पत्नी ने छोड़ी कागजी कंपनियां

जबलपुर के दो युवकों को बनाया मोहरा
 इंदौर. विनोद शर्मा ।
आर्थिक रूप से मप्र के सबसे वजनदार विधायक संजय पाठक कटनी हवाला कांड मामले में भले कितनी ही सफाई पेश करे लेकिन मामले के तार उनसे जुड़ते जरूर हैं। हालांकि पुलिस, आयकर और प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) के जांच शुरू करने के बाद पाठक और उनके समर्थकों ने इन तारों को काटने की कोशिश भी भरपूर की। कागजी तौर पर जितनी कामयाबी उन्हें मिली, उतनी ही नाकामयाबी भी मिली है।
कटनी हवाला कांड में बतौर मुख्य आरोपी सामने आए सतीश सरावगी, मनीष सरावगी, आयुष सरावगी और महेंद्र गोयनका जैसे नामों से पाठक परिवार ने कागजी किनारा कर लिया है। इसका बड़ा उदाहरण वे दर्जनभर कंपनियां हैं जिनमें पाठक की पत्नी निधि पाठक और मां निर्मला पाठक गोयनका व अन्य आरोपियों के साथ डायरेक्टर थी। जनवरी में जैसे ही ईडी ने दस्तावेज जब्त करके जांच शुरू की, निधि पाठक और निर्मला पाठक ने उन तमाम कंपनियों के डायरेक्टरशीप से इस्तीफा दे दिया। आज की तारीख में दोनों किसी कंपनी में डायरेक्टर नहीं है। उनकी जगह इंट्रड्यूज किया गया है जबलुपर के दो नौजवानों को। 31 वर्षीय ऋृषि पिता विजय अरोरा और 31 वर्षीय ही वरूण पिता राजेंद्र गौतम को।
गोयनका बड़ी कड़ी
दबंग दुनिया ने ‘सरावगी के घर से मिला फर्जी कंपनियों का जखिरा’ शीर्षक से रविवार को प्रकाशित समाचार में महेंद्र गोयनका के नाम का खुलासा किया था। गोयनका तिरुपति जेम्स प्रा.लि,  अतिशा कंस्ट्रक्शन, जियोमिन इंडस्ट्री, रोशनी स्टील,  यूरो प्रतीक इस्पात और सयाना स्टील्स प्रा.लि. में डायरेक्टर है। उसके साथ शांतिभवन पाठक वार्ड कटनी निवासी निर्मला पाठक और निधि पाठक भी आधी कंपनियों में डायरेक्टर रही हैं।
गोयनका इनमें भी डायरेक्टर रहा
मां समलेश्वरी स्टील प्रा.लि.-अनुपपुर, आरबीएम फाइनेंस प्रा.लि.- पश्चिम बंगाल, सेव मिनिरल्स लि-हैदराबाद, टंडेम माइनिंग प्रा.लि.- रायपुर, एमआरए ग्लोबल-रायपुर, गीतांजली इस्पात-बिलासपुर, स्वस्तिक बिल्डमेट-रायपुर,  यूरो प्रतीक इस्पात-मुंबई,  नीरनिधि मार्केटिंग- जबलपुर, सायना एविएशन प्रा.लि.- रायपुर, रायपुर हैंडलिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर- रायपुर, इन्फ्रासेस इन्फ्रास्ट्रक्चर- रायपुर और आरोप्लस इन्फ्रास्ट्रक्चर- रायपुर।
एक भी कंपनी में नहीं डायरेक्टर
मिनिस्ट्री आॅफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के ग्वालियर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 दिसंबर 1949 को आनंदलाल गौतम के घर जन्मी निर्मला पाठक का डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नंबर (डिन) 01940830 है। वे दिसंबर 2016 तक सात कंपनियों में डायरेक्टर थी, अभी किसी कंपनी में डायरेक्टर नहीं है। इसी तरह 4 अपै्रल 1974 को जन्मी विकास वाजपेयी की बेटी और संजय पाठक की पत्नी निधि भी आज किसी कंपनी में डायरेक्टर नहीं है। निधि के नाम पर पहला डिन 30 दिसंबर 2006 को जारी हुआ था तभी से वह अलग-अलग कंपनियों में डायरेक्टर रही हैं।
निर्मला पाठक
यश लॉजिस्टिक प्रा.लि. 12 अगस्त 2015
सायना एग्रीकल्चर प्रा.लि. 12 अगस्त 2015
अतिशा कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. 12 अगस्त 2015
सायना स्टील प्रा.लि. 17 मार्च 2008
सायना इंडस्ट्री पा्र.लि. 13 अगस्त 2008
निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट 17 अगस्त 2015
वाल्टर कमर्शियल प्रा.लि. 17 अगस्त 2015
निधि पाठक
यश लॉजिस्टिक प्रा.लि. 7 मार्च 2007
सायना एग्रीकल्चर प्रा.लि. 18 अक्टूबर 2010
अतिशा कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. 16 जनवरी 2006
सायना स्टील प्रा.लि. 20 अगस्त 2015
सायना इंडस्ट्री पा्र.लि. 17 अगस्त 2015
निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट 14 जुलाई 2007
वाल्टर कमर्शियल प्रा.लि. 19 मार्च 2007
अब इन सभी कंपनियों में वरूण गौतम
23 जनवरी 2017 को डायरेक्टर नियुक्त : सायना स्टील्स और अतिशा कंस्ट्रक्श प्रा.लि.
31 जनवरी 2017 को डायरेक्टर नियुक्त : यश लॉजिस्टिक, सायना एग्रीकल्चर
1 फरवरी 2017 को डायरेक्टर नियुक्त : सायना इंडस्ट्री, निर्मल छाया और वाल्टर कमर्शियल
ऋृषि अरोरा
31 जनवरी को डायरेक्टर नियुक्त :  यश लॉजिस्टिक, सायना एग्रीकल्चर और अतिशा कंस्ट्रक्शन
1 फरवरी को डायरेक्टर नियुक्त : सायना स्टील्स, सायना इंडस्ट्री, निर्मल छाया और वाल्टर कमर्शियल


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