Saturday, June 3, 2017

बिना डायवर्शन-डेवलपमेंट के बिकने लगी इकोनॉमिक कॉरिडोर

होर्डिंग-झंडे लगाकर ही कटने लगे प्लॉट
इंदौर. विनोद शर्मा ।
फिनिक्स इन्फ्रा वाले जितेश नशीने, फिनिक्श डेवकॉन के चंपू-चिराग, ईशान टाउनशीप वाले प्रमोद बारासिंघे, ग्रीनलैंड शेल्टर वाले अरविंद बंजारी सहित आधा दर्जन बिल्डर एक साल से प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में जेल में है या जमानत पर छुटे हैं। इन उदाहरणों और हर जनसुनवाई में आने वाली दर्जनों शिकायतों के बावजूद कॉलोनी विकास के नाम पर इंदौर में मनमानी जारी है। कलेक्टर के सख्त के आदेश के बावजूद मुरादपुरा में डायवर्शन के लिए आवेदन तक किए बिना ही इकोनॉमिक कॉरिडोर नाम की कॉलोनी में प्लॉट बेचे जा रहे हैं।
कलेक्टर पी.नरहरि के निर्देश और भूमि विकास अधिनियम के नियमों के अनुसार किसानों के एग्रीमेंट और होर्डिंग झंडे लगाकर प्लॉट नहीं बेचे जा सकते। इसके बाद भी मुरादपुरा गांव में 24 बीघा जमीन पर भाग्योदय डेवकॉन प्रा.लि. इकोनॉमिक कॉरिडोर नाम की कॉलोनी बेच रही है। चौकाने वाली बात यह है कि सिर्फ टाउंड कंट्री प्लानिंग से तथाकथित रूप से स्वीकृत टीएनसी के नंबर दिखाकर ही प्लॉट बेचे जा रहे हैं। अब तक एसडीएम कार्यालय सांवेर में जमीन के डायवर्शन संबंधित आवेदन तक नहीं किया गया। डेवलपमेंट अनुमति तो दूर की बात है।
टीएनसी नहीं सिर्फ अनुसंशा
कॉलोनी टीएनसी दिखाकर बेची जा रही है वहीं टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के आला अधिकारियों के अनुसार इंदौर सहित 90 गांव की जमीनों को शामिल करके मास्टर प्लान 2021 तैयार किया गया है। इन्हीं गांवों में मास्टर प्लान के अनुरूप अभिन्यास स्वीकृत किया जाता है। जो गांव प्लानिंग एरिया से बाहर है उन गांव में सिर्फ कॉलोनी की अनुसंशा की जाती है ताकि एसडीएम कार्यालय से डायवर्शन मिलने में दिक्कत न हो।
अब तक आवेदन नहीं मिला
पालिया जंक्शन (उज्जैन रोड) से अलवासा करीब ढ़ाई किलोमीटर है। अलवासा से दो किलोमीटर दूर है मुरादपुरा गांव जो कि सांवेर तहसील में आता है। जिस जमीन पर कॉलोनी काटी जाना है उस जमीन का अब तक डायवर्शन नहीं हुआ है। इसकी पुष्टि सांवेर में पदस्थ अधिकारियों ने भी की। डायवर्शन शाखा के अनुसार अब तक मुरादपुरा में कोई डायवर्शन नहीं हुआ है।
सभी अनुमतियां होर्डिंग पर जरूरी
मुरादपुरा में जहां इकोनॉमिक कॉरिडोर कट रही है उसका डायवर्शन नहीं हुआ है। नियमानुसार किसी भी कॉलोनी के होर्डिंग पर टीएनसी, डायवर्शन और डेवलमेंट जैसी सभी अनुमतियों का उल्लेख जरूर है। अब मामला संज्ञान में है, मौके पर जाकर जांच करेंगे।
दिनेश पटेल, आरआई
डायवर्शन
अब अनुमतियां ही लेंगे
भाग्योदय देवकॉन ओपीसी प्रा.लि. के डायरेक्टर प्रीतम बाथम और  अशोक हटकर-अभिनय हटकर की इकोनॉकि सिविलकॉन प्रा.लि. को बिकवाने वाले मुरादपुरा पंचायत के एक पदाधिकारी का कहना है कि टीएनसी हो गई। उसके बाद ही प्लॉट बुकिंग कर रहे हैं। आगे डायवर्शन और डेवलपमेंट की अनुमति भी ले लेंगे। उनका साफ कहना है कि दूसरे गांवों में भी तो कॉलोनियां कट रही है सरकार को वह नजर नहीं आती क्या?


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