Saturday, June 3, 2017

इंदौर में हर दिन बिकती है 630 किलो मिलावटी चांदी

- नक्कालों का सालाना कारोबार करीब हजार करोड़ का
इंदौर. विनोद शर्मा ।
जिस शहर के ज्वेलर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाली सरकारी शादी में नकली चांदी सप्लाई कर रहे हैं वह इंदौर मप्र में असली और मिलावटी चांदी के कारोबार की राजधानी बन चुका है। आंकड़ों के अनुसार  इंदौर में हर दिन करीब 1800 किलो चांदी के बर्तन, ज्वेलरी और सिक्के बिकते हैं इसमें 35 फीसदी यानी 630 किलोग्राम मिलावटी चांदी खपाई जाती है। 40 हजार रुपए/किलोग्राम की कीमत के हिसाब से खपाई गई नकली चांदी की कीमत 2.52 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। मतलब सालाना 919.80 करोड़ का फर्जी करोबार।
चकाचौंध रोशनी से जगमगाते करीने में चमक बिखेरती चांदी दिखाकर इंदौर में कई ज्वेलर खरीदारों की आंख में धूल झौंक रहे हैं। इसका बड़ा उदाहरण है जनसुनवाई के दौरान भोपाल कलेक्टर के सामने प्रस्तुत की पायजेब और बिछिया हैं जो इंदौर के ज्वेलर वायबर डायमंड ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सप्लाई की थी। जांच के दौरान इसमें भारी मिलावट मिली। इसके बाद से ही इंदौर के चांदी कारोबार को लेकर सवाल उठने लगे हैं। वहीं चांदी के सिक्कों और मुर्तियों या फिर धर्मस्थलों पर चढ़ने वाली चांदी सबसे ज्यादा मिलावट की संभावना यही रहती है। क्योंकि  आस्था के कारण व्यक्ति इन्हें गलाकर नहीं देखता।
टंच के नाम पर टांका
- इंदौर में जो चांदी का कारोबार हो रहा है उसमें 90 फीसदी 10 से लेकर 80 टंच की चांदी है। मिलावटी चांदी के आॅर्नामेंट (पायजेब, कमरबंद, बिछिया, बाजूबंद, चुड़ियां, कड़े, झुमके और पैर की कड़ी) ज्यादातर राजकोट और कोल्हापुर से आती है।
- इंदौर में हर दिन 1000-1200 किलोग्राम चांदी के आॅर्नामेंट बिकते हैं। सबसे ज्यादा खरीदार आसपास के शहर, कस्बों और गांवों के लोग हैं। यहां हर दिन पांच से सात राजकोट ओर कोल्हापुर के लोग रहते ही हैं।
- चांदी का सिक्का 98 टंच का रहता है तो उसे 100 टंच का बता दिया जाता है। इतना ही नहीं 10 से 30 टंच की चांदी को 60 से 70 टंच की बताकर बेचा जा रहा है।
- नकली चांदी के सिक्कों में अन्य धातु के अलावा जर्मन सिल्वर की भी मिलावट की जाती है। यह भी चांदी के रंग का ही होता है। इसलिए मिलावट आसानी से पकड़ में नहीं आती है। म्
इंदौर में भी है चांदी के सिक्के-बर्तन कारखाने
सूत्रों के अनुसार इंदौर में ही तीन कारखाने चल रहे हैं जहां चांदी से सिक्के या बर्तन बनाए जाते हैं। तीनों कारखाने इंदौर के सराफा कारोबारियों के ही हैं।
मानक सेंटर ही नहीं:  चांदी में मिलावट का धंधा बढ़ने की खास वजह है कि मार्केट में आपको मानक सेंटर या मानक ब्यौरा के सेंटर नहीं मिलेंगे। यही वजह है चांदी के ज्वैलरी, बर्तन और सिक्कों में बड़े स्तर पर मिलावट की जाती है।
शुद्धता का पैमाना : चांदीसिल्ली 30 किलो वजनी होती है। जिसकी खरीद बैंक से की जाती है। चांदी सिल्ली में 99.99 प्रतिशत शुद्धता होती है। सिक्का 22 कैरेट 91.60 प्रतिशत शुद्ध चांदी से बना होता है। हालांकि कई विक्रेता 20 से 80 प्रतिशत मिलावटी चांदी के सिक्का, बर्तन और ज्वैलरी तैयार कर बेच रहे हैं।
यह है जांचने के उपाय
शुद्धता की स्टैप : सोने की तरह चांदी की भी हालमार्किंग होती है। सोने में जहां शुद्धता के लिए कैरेट बताया जाता है वहीं चांदी में शुद्धता के लिए फीसदी को आधार माना जाता है। चांदी के बार पर शुद्धता लिखी होती है। जैसे 99.9 फीसदी या 95 फीसदी।
खनक पर ध्यान देना है जरूरी :- असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से भी की जाती है। मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज आती है, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है। प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है।
थर्मल कंडक्टिविटी टेस्ट :- चांदी थर्मल एनर्जी की सबसे अच्छी सुचालक होती है। चांदी असली है या नकली, इसके लिए आप एक बर्फ का टुकड़ा चांदी पर रखें। किसी दूसरे मेटल के मुकाबले चांदी पर रखी बर्फ ज्यादा तेजी से पिघलेगी, क्योंकि थर्मल एनर्जी तेजी से बर्फ में ट्रांसफर होती है।
मैग्नेट टेस्ट :- सिल्वर मैग्नेटिक धातु नहीं होती। इस टेस्ट के लिए आपको सामान्य से ज्यादा पावर वाले मैग्नेट की जरूरत होगी, जो आपको हार्डवेयर की दुकान से मिल जाएगा। नकली सिल्वर मैग्नेट की ओर अट्रैक्ट होगा। जबकि असली सिल्वर मैग्नेट की ओर अट्रैक्ट नहीं होता है।
केमिकल टेस्ट :- अगर चांदी पर शुद्धता की कोई स्टैंप नहीं लगी है तो आप केमिकल टेस्ट कर सकते हैं। आप आॅनलाइन सिल्वर केमिकल टेस्ट किट खरीद सकते हैं। केमिकल टेस्ट किट में ही टेस्ट की सारी प्रक्रिया लिखी रहती है। इस टेस्ट से आपकी चांदी को नुकसान पहुंच सकता है, अगर आपके पास ज्यादा वैल्यू की चांदी है या आप अपने चांदी के प्रोडक्ट पर निशान नहीं आने देना चाहते तो दूसरे तरीके आजमा सकते हैं।
खनक :- किसी मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज होती है जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह आवाज करता है।

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