Saturday, June 3, 2017

चोखी ढाणी और राजरतन वायर पर छापा

एक पर सर्विस टैक्स का शिकंजा तो दूसरे को नाप दिया सेंट्रल एक्साइज ने
सप्ताहभर में दो करोड़ की चोरी उजागर
इंदौर. विनोद शर्मा।
काली कमाई वालों के खिलाफ एक तरफ इनकम टैक्स की छापेमारी जारी है तो दूसरी तरफ सर्विस टैक्स व एक्साइज ड्यूटी चोरी करने वालों के खिलाफ कस्टम, सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विस टैक्स विभाग सख्ती से निपट रहा है। इस कड़ी में तीन दिनों में मां वैष्णादेवी टेलीकॉम, अनुसंंधान लेबोरेटरी, चोखी ढाणी और राजरतन ग्लोबल वायर के खिलाफ छापेमारी करके डिपार्टमेंट ने दो करोड़ से ज्यादा की कर चोरी उजागर की। इसमें से बड़ी रकम जमा भी कराई जा चुकी है।
कस्टम, सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट की दो अलग-अलग टीमों ने दो अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी और अलग-अलग तरह की टैक्स चोरी पकड़ी। एक टीम ने 200 बी सेक्टर-1 पीथमपुर स्थित राजरतन ग्लोबल वायर लिमिटेड और उसके 11/2 मीरापथ धेनू मार्केट इंदौर स्थित कॉर्पोरेट आॅफिस पर दबिश दी। देर रात तक जारी रही कार्रवाई के दौरान बड़ी तादाद में टैक्स चोरी संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। दूसरी टीम ने 9 मील खंडवा रोड (दतौदा फाटा) स्थित चोखी ढाणी और जी-5 रितुराज कॉम्पलेक्स एबी रोड स्थित सेल्स आॅफिस पर दबिश दी। इसके साथ एक शेयर मार्केट एडवायजरी कंपनी पर भी छापेमार कार्रवाई हुई जिससे तकरीबन 20 लाख रुपए की सर्विस टैक्स चोरी उजागर हुई।
सर्विस टैक्स तो लिया, चुकाया नहीं
ठेठ राजस्थानी साज-सजावट और खान-पान के लिए मशहूर चोखी ढाणी में हुई छापेमार कार्रवाई के दौरान पता चला कि समूह करीब डेढ़-दो साल से ढाणी में आने वाले ग्राहकों से सर्विस टैक्स तो ले रहा है लेकिन डिपार्टमेंट में चुका नहीं रहा है। अधिकारियों के हाथ लगे दस्तावेजों के अनुसार प्राथमिक रूप से करीब 10 लाख की सर्विस टैक्स चोरी का आंकलन किया जा रहा है। हालांकि इसकी अंतिम पुष्टि दस्तावेज बारीकी से जांचने के बाद ही होगी।
एक करोड़ की चोरी उजागर
सर्विस टैक्स प्रिवेंटिव टीम ने 777 सुदामानगर स्थित मां वैष्णोदेवी टेलीकॉम पर भी छापेमार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान पता चला कि फर्म ने  20 फरवरी 2009 से पंजीबद्ध  इस कंपनी ने अब तक न सर्विस टैक्स चुकाया है। न ही सर्विस टैक्स रिटर्न दाखिल किया है। कंपनी के डायरेक्टर आरती खंडेलवाल और अशोक कुमार खंडेलवाल हैं। अशोक खंडेलवाल पेस इन्फ्राटेक प्रा.लि. में भी डायरेक्टर हैं। कंपनी टेलीकॉम कंपनियों के लिए केबल और आॅप्टिकल फाइबर कैबल बिछाने का काम करती है। बताया जा रहा है कि तकरीबन एक करोड़ की कर चोरी उजागर हुई जिसे कंपनी ने भी स्वीकारा। बाद में 50 लाख रुपए चुकाए और 20 लाख का चेक भी दिया। बाकी रकम भी जल्द अदा करने का आश्वासन दिया।
अनुसंधान लेब ने चुकाये 22 लाख
सर्विस टैक्स चोरी की आशंकाओं के चलते श्रीजी एनालेटिकल एंड रिसर्च लेबोरेटरी के बाद अनुसंधान एनालेटिकल एंड बायोकेमिकल रिसर्च लेबोरेटरी प्रा.लि. पर भी कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान पता चला कि श्रीजी लैब की तरह यहां भी उपभोक्ताओं से सर्विस टैक्स तो लिया जा रहा है लेकिन डिपार्टमेंट में जमा नहीं कराया जा रहा है। इंदौर हॉस्पिटल के सामने राजबाड़ा और औद्योगिक क्षेत्र राऊ में कंपनी की लैब है।

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