खातों की पूछपरख होते ही अगस्त 2015 में दिये इस्तीफे
145 करोड़ का आसामी मंत्री अब सिर्फ एक ही कंपनी में ही सक्रिय
इंदौर. विनोद शर्मा ।
कटनी हवाला कांड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के हाथ लगे दस्तावेज रोज नई कहानी उजागर कर रहे हैं। दस्तावेजों के अनुसार सतीश सरावगी और महेंद्र गोयनका जिन कंपनियों में डायरेक्टर हैं उनमें मंत्री संजय पाठक भी डायरेक्टर रहे हैं। यह बात अलग है कि उन्होंने घपले के उजागर होने की भनक लगते ही कंपनियों से किनारा कर लिया। बहरहाल, प्रदेश के सबसे पैसे वाले विधायक इन दिनों एक ही कंपनी में डायरेक्टर हैं। बताया जा रहा है कि इन कागजी कंपनियों ने रकम को इधर-उधर करने के साथ ही बैंकों से भारीभरकम लोन लेने में भी मदद की।
सतीश सरावगी के घर से जब्त किए गए दस्तावेजों की ईडी ने जांच शुरू कर दी है। जांच में सरावगी बंधुओं और महेंद्र गोयनका के साथ पाठक परिवार के लिंक मिले हैं। ईडी के पास इस बात के भी पुख्ता प्रमाण है कि 19 जनवरी 2017 को प्रिवेंशन आॅफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत ईसीआईआर दर्ज करने के बाद ही निर्मला पाठक और निधि पाठक ने कागजी कंपनियों से किनारे की तैयारी शुरू कर ली। 21 जनवरी को ईडी ने कटनी में छापेमार कार्रवाई की। 23 जनवरी को डायरेक्टरशीप से इस्तीफा स्वीकार करते ही कॉर्पोरेट अफेयर्स डिपार्टमेंट ने कंपनियों से निर्मला पाठक-निधि पाठक का नाम हटा दिया।
मामला खुलते ही, किनारे हो गए पाठक
फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट (एफआईयू), इनकम टैक्स और ईडी की जांच में पता चला कि फर्जी कंपनियों से हवाला 2008-09 से 2015-16 के बीच हुआ है। मामले में रजनीश तिवारी ने इनकम टैक्स का नोटिस मिलने के बाद कटनी पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। इसी बीच जांच एजेंसियों द्वारा खातों की जुटाई जा रही जानकारी की भनक लगते ही संजय पाठक ने कंपनियों के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। आंकड़ों के लिहाज से बात करें तो 13 से 21 अगस्त 2015 के बीच नौ दिनों में पाठक ने सात कंपनियों से इस्तीफा दिया। जबकि इससे पहले 1 अपै्रल 2012 को ही स्नोव्हील स्प्लायर नाम की कंपनी एक ही कंपनी से इ्स्तीफा दिया था। अभी पाठक सिर्फ एनएम पब्लिकेशन में ही डायरेक्टर हैं।
संजय पाठक यहां थे डायरेक्टर
कंपनी अपाइन्टमेंट छोड़ी
यश लॉजिस्टिक प्रा.लि. 16 जनवरी 2006 13 अगस्त 2015
सायना एग्रीकल्चर प्रा.लि. 18 अक्टूबर 2010 13 अगस्त 2015
अतिशा कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. 16 जनवरी 2006 13 अगस्त 2015
सायना स्टील्स प्रा.लि. 17 मार्च 2008 21 अगस्त 2015
सायना इंडस्ट्री प्रा.लि. 13 अगस्त 2008 18 अगस्त 2015
निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट 24 जुलाई 2007 18 अगस्त 2015
वॉल्टर कमर्शियल प्रा.लि. 19 मार्च 2007 18 अगस्त 2015
सरावगी इन कंपनियों में भी रहा डायरेक्टर
अभी सतीश सरावगी के सिर्फ तीन कंपनियों में डायरेक्टर है। महाकालेश्वर माइन्स एंड मेटल्स प्रा.लि., रेनाइसेंस माइनिंग एंड मिनिरल्स प्रा.लि. और नीरनिधि मार्केटिंग प्रा.लि.। इनके अलावा तिरूपति जेम्स प्रा.लि., नताली माइन्स एंड मिनिरल्स प्रा.लि.Ñ रेडरोज सप्लाई, शक्तिदाता मार्केटिंग प्रा.लि., मल्टीमोड डिस्ट्रीब्यूटर्स प्रा.लि. में भी डायरेक्टर पद पर रहा है। इन सभी में डायरेक्टरशीप से 2015 और 2016 में इस्तीफा दिया है।
इन पतों पर पंजीबद्ध कंपनियों की मांगी सूची
ईडी और आयकर ने एमसीए से संजय पाठक के घर (शांति भवन पाठक वार्ड कटनी मप्र) के पते पर पंजीबद्ध एन.एम.पब्लिकेश प्रा.लि., डिवाइन मार्ट इंटरनेशन प्रा.लि., सायना स्टील्स प्रा.लि.Ñ, सुख सागर फुड्स प्रा.लि., आकांक्षा कंसेप्ट ट्रेडिंग एंड मार्केटिंग, यश लॉजिस्टिक की जानकारियां मांगी है। इसके साथ ही 14सी महाऋी देवेंद्र रोड दूसरी मंजिल कोलकाता, मुंबई, नागपुर, ठाणे और रायपुर के पतों पर पंजीबद्ध कंपनियों की विस्तृत जानकारी मांगी है।
दबंग दुनिया और दबंग न्यूज द्वारा भगवान झुलेलाल के जन्मोत्सव पर आयोजित चेटीचंड महोत्सव को संपन्न हुए भले पांच दिन हो चुके हों लेकिन सोशल मीडिया पर महोत्सव और महोत्सव में पधारी ममतामई राधे मां अब भी सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यू-ट्यूब है जहां चेटीचंड महोत्सव में राधे मां के स्वागत, आशीर्वचन, शोभायात्रा के दौरान इंदौर की सड़कों पर किए गए नृत्य और दबंग दुनिया परिसर में दबंग टीम को दिए आशीर्वाद को सोमवार रात 9.13 बजे तक 32700 लोग देख चुके हैं। लाइक कर चुके हैं।
145 करोड़ का आसामी मंत्री अब सिर्फ एक ही कंपनी में ही सक्रिय
इंदौर. विनोद शर्मा ।
कटनी हवाला कांड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के हाथ लगे दस्तावेज रोज नई कहानी उजागर कर रहे हैं। दस्तावेजों के अनुसार सतीश सरावगी और महेंद्र गोयनका जिन कंपनियों में डायरेक्टर हैं उनमें मंत्री संजय पाठक भी डायरेक्टर रहे हैं। यह बात अलग है कि उन्होंने घपले के उजागर होने की भनक लगते ही कंपनियों से किनारा कर लिया। बहरहाल, प्रदेश के सबसे पैसे वाले विधायक इन दिनों एक ही कंपनी में डायरेक्टर हैं। बताया जा रहा है कि इन कागजी कंपनियों ने रकम को इधर-उधर करने के साथ ही बैंकों से भारीभरकम लोन लेने में भी मदद की।
सतीश सरावगी के घर से जब्त किए गए दस्तावेजों की ईडी ने जांच शुरू कर दी है। जांच में सरावगी बंधुओं और महेंद्र गोयनका के साथ पाठक परिवार के लिंक मिले हैं। ईडी के पास इस बात के भी पुख्ता प्रमाण है कि 19 जनवरी 2017 को प्रिवेंशन आॅफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत ईसीआईआर दर्ज करने के बाद ही निर्मला पाठक और निधि पाठक ने कागजी कंपनियों से किनारे की तैयारी शुरू कर ली। 21 जनवरी को ईडी ने कटनी में छापेमार कार्रवाई की। 23 जनवरी को डायरेक्टरशीप से इस्तीफा स्वीकार करते ही कॉर्पोरेट अफेयर्स डिपार्टमेंट ने कंपनियों से निर्मला पाठक-निधि पाठक का नाम हटा दिया।
मामला खुलते ही, किनारे हो गए पाठक
फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट (एफआईयू), इनकम टैक्स और ईडी की जांच में पता चला कि फर्जी कंपनियों से हवाला 2008-09 से 2015-16 के बीच हुआ है। मामले में रजनीश तिवारी ने इनकम टैक्स का नोटिस मिलने के बाद कटनी पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। इसी बीच जांच एजेंसियों द्वारा खातों की जुटाई जा रही जानकारी की भनक लगते ही संजय पाठक ने कंपनियों के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। आंकड़ों के लिहाज से बात करें तो 13 से 21 अगस्त 2015 के बीच नौ दिनों में पाठक ने सात कंपनियों से इस्तीफा दिया। जबकि इससे पहले 1 अपै्रल 2012 को ही स्नोव्हील स्प्लायर नाम की कंपनी एक ही कंपनी से इ्स्तीफा दिया था। अभी पाठक सिर्फ एनएम पब्लिकेशन में ही डायरेक्टर हैं।
संजय पाठक यहां थे डायरेक्टर
कंपनी अपाइन्टमेंट छोड़ी
यश लॉजिस्टिक प्रा.लि. 16 जनवरी 2006 13 अगस्त 2015
सायना एग्रीकल्चर प्रा.लि. 18 अक्टूबर 2010 13 अगस्त 2015
अतिशा कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. 16 जनवरी 2006 13 अगस्त 2015
सायना स्टील्स प्रा.लि. 17 मार्च 2008 21 अगस्त 2015
सायना इंडस्ट्री प्रा.लि. 13 अगस्त 2008 18 अगस्त 2015
निर्मल छाया नेचर रिसोर्ट 24 जुलाई 2007 18 अगस्त 2015
वॉल्टर कमर्शियल प्रा.लि. 19 मार्च 2007 18 अगस्त 2015
सरावगी इन कंपनियों में भी रहा डायरेक्टर
अभी सतीश सरावगी के सिर्फ तीन कंपनियों में डायरेक्टर है। महाकालेश्वर माइन्स एंड मेटल्स प्रा.लि., रेनाइसेंस माइनिंग एंड मिनिरल्स प्रा.लि. और नीरनिधि मार्केटिंग प्रा.लि.। इनके अलावा तिरूपति जेम्स प्रा.लि., नताली माइन्स एंड मिनिरल्स प्रा.लि.Ñ रेडरोज सप्लाई, शक्तिदाता मार्केटिंग प्रा.लि., मल्टीमोड डिस्ट्रीब्यूटर्स प्रा.लि. में भी डायरेक्टर पद पर रहा है। इन सभी में डायरेक्टरशीप से 2015 और 2016 में इस्तीफा दिया है।
इन पतों पर पंजीबद्ध कंपनियों की मांगी सूची
ईडी और आयकर ने एमसीए से संजय पाठक के घर (शांति भवन पाठक वार्ड कटनी मप्र) के पते पर पंजीबद्ध एन.एम.पब्लिकेश प्रा.लि., डिवाइन मार्ट इंटरनेशन प्रा.लि., सायना स्टील्स प्रा.लि.Ñ, सुख सागर फुड्स प्रा.लि., आकांक्षा कंसेप्ट ट्रेडिंग एंड मार्केटिंग, यश लॉजिस्टिक की जानकारियां मांगी है। इसके साथ ही 14सी महाऋी देवेंद्र रोड दूसरी मंजिल कोलकाता, मुंबई, नागपुर, ठाणे और रायपुर के पतों पर पंजीबद्ध कंपनियों की विस्तृत जानकारी मांगी है।
दबंग दुनिया और दबंग न्यूज द्वारा भगवान झुलेलाल के जन्मोत्सव पर आयोजित चेटीचंड महोत्सव को संपन्न हुए भले पांच दिन हो चुके हों लेकिन सोशल मीडिया पर महोत्सव और महोत्सव में पधारी ममतामई राधे मां अब भी सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यू-ट्यूब है जहां चेटीचंड महोत्सव में राधे मां के स्वागत, आशीर्वचन, शोभायात्रा के दौरान इंदौर की सड़कों पर किए गए नृत्य और दबंग दुनिया परिसर में दबंग टीम को दिए आशीर्वाद को सोमवार रात 9.13 बजे तक 32700 लोग देख चुके हैं। लाइक कर चुके हैं।
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