कोर्ट के फैसले और सरकारी आदेश के बाद भी नहीं दे रहा है सच्चिदानंनगर में प्लॉट
इंदौर. विनोद शर्मा ।
हाउसिंग सोसायटियों को लेकर कलेक्टर पी.नरहरि का रवैया कितना सख्त है इसका उदाहरण मंगलवार को उस वक्त देखने को मिला जब हाईकोर्ट और सहकारिता उपायुक्त के आदेश के बावजूद सदस्य को प्लॉट देने में आनाकानी करते आ रहे आकाश गृह निर्माण संस्था के अध्यक्ष संजय यादव को पुलिस के हवाले कर दिया। इससे पहले कलेक्टर ने पुलिस के आने तक जनसुनवाई के दौरान ही यादव को अपने रीडर के कक्ष में बंद करवा दिया। बाद में उनके निर्देश पर रावजीबाजार पुलिस ने कायमी करके यादव को हवालात पहुंचा दिया। आकाश कुख्यात भू-माफिया रणवीरसिंह उर्फ बॉबी छाबड़ा की जैबी संस्था है।
मामला मंगलवार का है। जब लगातार दूसरे मंगलवार सुदामानगर निवासी देवेंद्र तोतला जनसुनवाई में पहुंचे। तोतला ने कलेक्टर और उपायुक्त सहकारिता से कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी सच्चिदानंदनगर में अब तक प्लॉट नं. 25 की रजिस्ट्री मेरे नाम पर नहीं हुई है। बीते सप्ताह मामला संज्ञान में आने के बाद कलेक्टर ने सहकारिता निरीक्षक संजय कुचनकर को फटकार लगाते हुए तीन दिन में रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए थे। अपने इसी आदेश की अवहेलना पर पहले कलेक्टर ने उपायुक्त और नरीक्षक को जमकर फटकार लगाई। फिर सख्त रवैया अख्तियार करते हुए कहा संस्था अध्यक्ष जो भी है उसे 2 बजे तक बुलवाया जाए।
फैसला आॅन द स्पॉट
सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बॉबी और उसके भाई सतबीरसिंह छाबड़ा ‘जो कि पूर्व अध्यक्ष रहे हैं संस्था के’, को फोन करके मौजूदा अध्यक्ष संजय यादव से संपर्क किया। शाम 4 बजे यादव कलेक्टर आॅफिस पहुंचा। यादव ने कलेक्टर के पूछने पर कहा कि जल्द ही प्लॉट दे देंगे। इस पर कलेक्टर बोले जल्द ही दे देंगे क्या होता है? ऐसा करते-करते तुम लोगों ने वर्षों से परेशान कर रखा है पीड़ित को। इस पर यादव बहानेबाजी और बहस करने लगा। इससे नाराज कलेक्टर ने कहा कि तुम ऐसे नहीं मानोंगे। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि यादव को पुलिस के हवाले कर दो।
भागे नहीं इसीलिए कमरे में कर दिया बंद
मामले की सूचना रावजीबाजार पुलिस को दी गई। पुलिस के आने से पहले यादव भाग न जाए इसी आशंका के साथ उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। कुछ ही देर में रावजीबाजार थाने के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और यादव को थाने ले गए। कलेक्टर के निर्देश पर धारा 151 की कायमी की गई।
30 साल से परेशान है तोतला परिवार
सच्चिदानंदनगर में 1987 में तोतला के नाम प्लॉट आवंटित हुआ था। 1993 में संस्था ने प्लॉट देने से मना कर दिया। आखिरी केस जीते 3 मई 2016 को। 29 बरस के इंतजार, हाई कोर्ट से जीते नौ मुकदमों और सहकारिता विभाग में इंदौर से लेकर भोपाल तक लिखी 500 से ज्यादा चिट्ठियों के बाद भी प्लॉट नहीं मिला। कलेक्टर और डीआईजी को मामले की जानकारी देकर 9 फरवरी 2015 को तोतला दंपति गांधी प्रतिमा पर धरना भी दे चुके हैं।
151 की धारा लगाकर किया था बंद
कलेक्टर के निर्देश पर संजय यादव को पकड़ा था उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा के तहत मामला दर्ज किया था।
आर.डी.कानवा, टीआई
रावजीबाजार थाना
अब उम्मीद है प्लॉट मिल जाएगा
कलेक्टर साहब ने मामले को जिस गंभीरता से लिया है उसे देखते हुए लगता है कि तीस बरस का इंतजार जल्द खत्म होगा और प्लॉट मिलेगा। बॉबी और उसकी टीम ने इसे निजी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है इसीलिए अब तक तमाम पक्ष में फैसले और पत्राचार होने के बाद भी प्लॉट नहीं मिला। एक-दो नहीं नौ मुकदमें जीते हैं हाईकोर्ट से।
देवेंद्र तोतला, पीड़ित
इंदौर. विनोद शर्मा ।
हाउसिंग सोसायटियों को लेकर कलेक्टर पी.नरहरि का रवैया कितना सख्त है इसका उदाहरण मंगलवार को उस वक्त देखने को मिला जब हाईकोर्ट और सहकारिता उपायुक्त के आदेश के बावजूद सदस्य को प्लॉट देने में आनाकानी करते आ रहे आकाश गृह निर्माण संस्था के अध्यक्ष संजय यादव को पुलिस के हवाले कर दिया। इससे पहले कलेक्टर ने पुलिस के आने तक जनसुनवाई के दौरान ही यादव को अपने रीडर के कक्ष में बंद करवा दिया। बाद में उनके निर्देश पर रावजीबाजार पुलिस ने कायमी करके यादव को हवालात पहुंचा दिया। आकाश कुख्यात भू-माफिया रणवीरसिंह उर्फ बॉबी छाबड़ा की जैबी संस्था है।
मामला मंगलवार का है। जब लगातार दूसरे मंगलवार सुदामानगर निवासी देवेंद्र तोतला जनसुनवाई में पहुंचे। तोतला ने कलेक्टर और उपायुक्त सहकारिता से कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी सच्चिदानंदनगर में अब तक प्लॉट नं. 25 की रजिस्ट्री मेरे नाम पर नहीं हुई है। बीते सप्ताह मामला संज्ञान में आने के बाद कलेक्टर ने सहकारिता निरीक्षक संजय कुचनकर को फटकार लगाते हुए तीन दिन में रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए थे। अपने इसी आदेश की अवहेलना पर पहले कलेक्टर ने उपायुक्त और नरीक्षक को जमकर फटकार लगाई। फिर सख्त रवैया अख्तियार करते हुए कहा संस्था अध्यक्ष जो भी है उसे 2 बजे तक बुलवाया जाए।
फैसला आॅन द स्पॉट
सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बॉबी और उसके भाई सतबीरसिंह छाबड़ा ‘जो कि पूर्व अध्यक्ष रहे हैं संस्था के’, को फोन करके मौजूदा अध्यक्ष संजय यादव से संपर्क किया। शाम 4 बजे यादव कलेक्टर आॅफिस पहुंचा। यादव ने कलेक्टर के पूछने पर कहा कि जल्द ही प्लॉट दे देंगे। इस पर कलेक्टर बोले जल्द ही दे देंगे क्या होता है? ऐसा करते-करते तुम लोगों ने वर्षों से परेशान कर रखा है पीड़ित को। इस पर यादव बहानेबाजी और बहस करने लगा। इससे नाराज कलेक्टर ने कहा कि तुम ऐसे नहीं मानोंगे। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि यादव को पुलिस के हवाले कर दो।
भागे नहीं इसीलिए कमरे में कर दिया बंद
मामले की सूचना रावजीबाजार पुलिस को दी गई। पुलिस के आने से पहले यादव भाग न जाए इसी आशंका के साथ उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। कुछ ही देर में रावजीबाजार थाने के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और यादव को थाने ले गए। कलेक्टर के निर्देश पर धारा 151 की कायमी की गई।
30 साल से परेशान है तोतला परिवार
सच्चिदानंदनगर में 1987 में तोतला के नाम प्लॉट आवंटित हुआ था। 1993 में संस्था ने प्लॉट देने से मना कर दिया। आखिरी केस जीते 3 मई 2016 को। 29 बरस के इंतजार, हाई कोर्ट से जीते नौ मुकदमों और सहकारिता विभाग में इंदौर से लेकर भोपाल तक लिखी 500 से ज्यादा चिट्ठियों के बाद भी प्लॉट नहीं मिला। कलेक्टर और डीआईजी को मामले की जानकारी देकर 9 फरवरी 2015 को तोतला दंपति गांधी प्रतिमा पर धरना भी दे चुके हैं।
151 की धारा लगाकर किया था बंद
कलेक्टर के निर्देश पर संजय यादव को पकड़ा था उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा के तहत मामला दर्ज किया था।
आर.डी.कानवा, टीआई
रावजीबाजार थाना
अब उम्मीद है प्लॉट मिल जाएगा
कलेक्टर साहब ने मामले को जिस गंभीरता से लिया है उसे देखते हुए लगता है कि तीस बरस का इंतजार जल्द खत्म होगा और प्लॉट मिलेगा। बॉबी और उसकी टीम ने इसे निजी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है इसीलिए अब तक तमाम पक्ष में फैसले और पत्राचार होने के बाद भी प्लॉट नहीं मिला। एक-दो नहीं नौ मुकदमें जीते हैं हाईकोर्ट से।
देवेंद्र तोतला, पीड़ित
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