- सड़क की जमीन भी हजम
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
स्कीम-31, साधु वासवानीनगर, सिंधी कॉलोनी, बैराठी कॉलोनी में अधिकारियों की शह पर अवैध बिल्डिंगे बन रही है। इस कड़ी में साधुवासवानीनगर में एक उदाहरण सामने आया है जहां प्लॉट नं. 444 तो खाली है लेकिन भविष्य में मिलने वाले एमओएस और सड़क की जमीन पर जी+2 बिल्डिंग जरूर तन चुकी है। लगातार शिकायतों के बावजूद इस बिल्डिंग पर कार्रवाई नहीं हुुई। उलटा, बनकर बिक गई।
वार्ड-65 में सिंधीकॉलोनी की गली नंबर-4 में करमचंद अपार्टमेंट के पास 444 साधूवासवानीनगर का प्लॉट है। प्लॉट मालिक हकीकत राय पुरस्वानी हैं जो कि मुलत: बिल्डर है। नगर निगम की भवन अनुज्ञा शाखा द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार प्लॉट नं. 444 सी पर आरतलाल वाधुमल के नाम से नक्शा पास है जबकि 444 ई पर दीपक कुमार बालचंदानी का घर बना है। दोनों प्लॉटों के बीच पुरस्वानी का प्लॉट नं. 444 है जिसका अब तक नक्शा मंजूर नहीं हुआ है। मौके पर प्लॉट खाली भी पड़ा है। बावजूद इसके इस प्लॉट के उस पिछले हिस्से में जी+2 बिल्डिंग बन गई है जो नक्शा स्वीकृति के दौरान बेक एमओएस के रूप में खाली छोड़ा जाना चाहिए था। थोड़ा एमओएस और थोड़ी सड़क की जमीन हजम करके बिल्डिंग भी पुरस्वानी ने ही खड़ी की है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग प्रकाश भाटिया को बेच भी दी है।
दूसरी बिल्डिंगों से आगे है
्रबिल्डिंग पुरस्वानी के प्लॉट के पिछले हिस्से में 10 बाय 40 और सड़क की 3 बाय 40 फीट जमीन पर बनी है। ऐसे कुल 13 बाय 40 पर जी+2 कंस्ट्रक्शन है।
पहला मामला है क्षेत्र में ऐसा
शिकायतकर्ता गोपाल कोडवानी ने बताया कि मकान बनाने से पहले ही एमओएस हजम करने का ऐसा यह क्षेत्र का पहला मामला है जिसने सभी को चौका दिया है। हालांकि पुरस्वानी के इस कारनामें को क्षेत्रीय भवन अधिकारी महेश शर्मा नजरअंदाज कर रहे हैं। कई बार शिकायतें की। स्वयं निगम की बिल्डिंग पर्मिशन शाखा लिखकर दे चुकी है कि उक्त बिल्डिंग का कोई नक्शा स्वीकृत नहीं है। ऐसे में समझ नहीं आता कि आखिर इस बिल्डिंग को बख्शा क्यों जा रहा है।
कभी नोटिस देते हैं, कभी झूठी जानकारी
जनसुनवाई में भी तीन बार शिकायतें की है। सात बार सीएम हैल्पलाइन पर शिकायत की। बार-बार महेश शर्मा सीएम हैल्पलाइन पर 444 के स्वीकृत नक्शे और परिवार के रहने की झूठी जानकारी दे देते हैं। वह भी तब जब महेश शर्मा ने ही 20 अक्टूबर 2016 को भवन मालिक हकीकतराय पुरस्वानी को कारण बताओ नोटिस (911/2016) जारी किया था। नोटिस के अनुसार संपूर्ण निर्माण एमओएस में था।
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
स्कीम-31, साधु वासवानीनगर, सिंधी कॉलोनी, बैराठी कॉलोनी में अधिकारियों की शह पर अवैध बिल्डिंगे बन रही है। इस कड़ी में साधुवासवानीनगर में एक उदाहरण सामने आया है जहां प्लॉट नं. 444 तो खाली है लेकिन भविष्य में मिलने वाले एमओएस और सड़क की जमीन पर जी+2 बिल्डिंग जरूर तन चुकी है। लगातार शिकायतों के बावजूद इस बिल्डिंग पर कार्रवाई नहीं हुुई। उलटा, बनकर बिक गई।
वार्ड-65 में सिंधीकॉलोनी की गली नंबर-4 में करमचंद अपार्टमेंट के पास 444 साधूवासवानीनगर का प्लॉट है। प्लॉट मालिक हकीकत राय पुरस्वानी हैं जो कि मुलत: बिल्डर है। नगर निगम की भवन अनुज्ञा शाखा द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार प्लॉट नं. 444 सी पर आरतलाल वाधुमल के नाम से नक्शा पास है जबकि 444 ई पर दीपक कुमार बालचंदानी का घर बना है। दोनों प्लॉटों के बीच पुरस्वानी का प्लॉट नं. 444 है जिसका अब तक नक्शा मंजूर नहीं हुआ है। मौके पर प्लॉट खाली भी पड़ा है। बावजूद इसके इस प्लॉट के उस पिछले हिस्से में जी+2 बिल्डिंग बन गई है जो नक्शा स्वीकृति के दौरान बेक एमओएस के रूप में खाली छोड़ा जाना चाहिए था। थोड़ा एमओएस और थोड़ी सड़क की जमीन हजम करके बिल्डिंग भी पुरस्वानी ने ही खड़ी की है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग प्रकाश भाटिया को बेच भी दी है।
दूसरी बिल्डिंगों से आगे है
्रबिल्डिंग पुरस्वानी के प्लॉट के पिछले हिस्से में 10 बाय 40 और सड़क की 3 बाय 40 फीट जमीन पर बनी है। ऐसे कुल 13 बाय 40 पर जी+2 कंस्ट्रक्शन है।
पहला मामला है क्षेत्र में ऐसा
शिकायतकर्ता गोपाल कोडवानी ने बताया कि मकान बनाने से पहले ही एमओएस हजम करने का ऐसा यह क्षेत्र का पहला मामला है जिसने सभी को चौका दिया है। हालांकि पुरस्वानी के इस कारनामें को क्षेत्रीय भवन अधिकारी महेश शर्मा नजरअंदाज कर रहे हैं। कई बार शिकायतें की। स्वयं निगम की बिल्डिंग पर्मिशन शाखा लिखकर दे चुकी है कि उक्त बिल्डिंग का कोई नक्शा स्वीकृत नहीं है। ऐसे में समझ नहीं आता कि आखिर इस बिल्डिंग को बख्शा क्यों जा रहा है।
कभी नोटिस देते हैं, कभी झूठी जानकारी
जनसुनवाई में भी तीन बार शिकायतें की है। सात बार सीएम हैल्पलाइन पर शिकायत की। बार-बार महेश शर्मा सीएम हैल्पलाइन पर 444 के स्वीकृत नक्शे और परिवार के रहने की झूठी जानकारी दे देते हैं। वह भी तब जब महेश शर्मा ने ही 20 अक्टूबर 2016 को भवन मालिक हकीकतराय पुरस्वानी को कारण बताओ नोटिस (911/2016) जारी किया था। नोटिस के अनुसार संपूर्ण निर्माण एमओएस में था।
No comments:
Post a Comment