Thursday, August 10, 2017

शुक्रवार को टुटना था आडा बाजार का भवन, अब सात दिन बात टूटेगा

 इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
आड़ा बाजार में दो प्लॉट जोड़कर जो बिल्डिंग बनाई जा रही है उसके मामले में नया खुलासा यह सामने आया है कि नगर निगम ने शुक्रवार को बिल्डिंग के रिमूवल की तैयारी कर रखी थी लेकिन पुलिस बल नहीं मिला। इसीलिए अब कार्रवाई अगले सप्ताह होगी। उधर, शिकायतकर्ताओं की मानें तो बिल्डर के साथ मिलकर मामले को जान बुझकर ठंडा किया जा रहा है।
प्लॉट नं. 22-23 को जोड़कर कैसे विजय पिता राधाकृष्ण गुप्ता, राधाकृष्ण पिता रामचंद्र गुप्ता और मनोरमा पति राधाकृष्ण गुप्ता अवैध बिल्डिंग बना रहे हैं? इसका खुलासा शुक्रवार को दबंग दुनिया ने ‘आड़ा बाजार में दो प्लॉट जोड़ बन रही है बिल्डिंग’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार में किया था। इसके बाद पता चला कि नगर निगम के मैदानी अमले ने इस निर्माण को तोड़ने के लिए शुक्रवार का दिन मुकरर्र कर रखा था लेकिन शुक्रवार की शाम तक निर्माण को तोड़ा नहीं गया।
हालांकि पूरे मामले में निगम प्रशासन का कहना है कि एमजी रोड पुलिस ने एमवायएच में उपचार के दौरान हुई मंदसौर के किसान की मौत और मौत के बाद शहर में बढ़ी गहमा-गहमी का हवाला देते हुए पुलिस बल उपलब्ध कराने से साफ मना कर दिया। यह भी कह दिया कि जब तक मामला शांत नहीं होगा तब तक बल नहीं दे सकते। इसीलिए रिमूवल अभी करीब आठ दिन नहीं हो सकती।
राजनीतिक प्रेशर के कारण नहीं हुई कार्रवाई
शिकायतकर्ता अजय यादव ने बताया कि पुलिस बल का न मिलना तो बहाना है। असल में राजनीतिक दबाव के कारण नगर निगम निर्माणाधीन बिल्डिंग पर कार्रवाई करना ही नहीं चाहता है। जबकि बिल्डिंग में 150 प्रतिशत अवैध निर्माण होना है जैसा कि शुरूआती दौर पर मौके पर नजर आने लगा है। बिल्डर महापौर मालिनी गौड़ और निगमायुक्त मनीष सिंह पर भी दबाव बनाने के लिए राजनीतिक संरक्षण तलाश रहा है।

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