ईशा एवेन्यू-2 में डायरी पर पैसे लेकर प्लॉट की रजिस्ट्री किसी ओर को कर दी
इंदौर. विनोद शर्मा ।
डायरी पर सौदा करने और पूरा 70 प्रतिशत पेमेंट लेने के बाद प्लॉट का बालेबाले सौदा करने वाले गिरीराज देवकॉन प्रा.लि. के डायरेक्टर दिनेश पिता प्रेमस्वरूप खंडेलवाल के खिलाफ मल्हारगंज पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण एरोड्रम पुलिस को सौंपा जाएगा क्योंकि छोटा बांगड़दा इसी थाना क्षेत्र में आता है। दिनेश कांग्रेस नेता कमलेश खंडेलवाल के भाई हैं और दोनों ने मिलकर कंपनी के बेनर तले छोटा बांगड़दा में ईशा ऐवेन्यू और ईशा ऐवेन्यू-2 के नाम से कॉलोनी काटी है।
522 जनता कॉलोनी निवासी शरद पिता शिवनारायण तिवारी द्वारा डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा को की गई शिकायत और डीआईजी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद प्रकरण दर्ज हुआ। एफआईआर में खंडेलवाल के अलावा राकेश पिता रमेशचंद्र गर्ग, अजय पिता नारायण पारिख और मनीष वर्मा का नाम भी शामिल है जो कि गिरीराज देवकॉन प्रा.लि. के ही अन्य डायरेक्टर हैं। कंपनी ने छोटा बांगड़दा के सर्वे नं. 33/2 की 3.047 हेक्टेयर जमीन पर ईशा ऐवेन्यू-2 के नाम से कॉलोनी काटी थी।
डायरी पर पैसे किसी से लिए, प्लॉट किसी और को दिया...
तिवारी द्वारा की गई शिकायत के अनुसार 2011 में अजय पारिक, दिनेश खंडेलवाल, मनीष गर्ग और मनीष शर्मा ने गिरीराज देवकॉन्स प्रा.लि. कंपनी बनाई जिसका पेन एएईजीजी1302जे है। मैं लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में नौकरी करता था इसीलिए प्रेमस्वरूप खंडेलवाल और उनके बेटे दिनेश से संबंध थे। इन्हीं संबंधों के आधार पर मैंने प्लॉट नं. 38 का सौदा किया जो 1100 वर्गफीट का था। सौदा 721 रुपए/वर्गफीट की दर से 793100 रुपए में हुआ था। चार किश्तों में पैसा चुकाना था। डायरी पर तीन किश्तों (2.51, 1.75 व 1.75 लाख) में 6.01 लाख चुका भी दिए। खंडेलवाल ने कहा कि जल्द ही रजिस्ट्री करवा देंगे। जमीन के दाम बढ़ने के बाद ललचाए खंडेलवाल बंधुओं ने प्लॉट की रजिस्ट्री किसी ओर को कर दी।
और भी हुई है शिकायतें...
शरद तिवारी के साथ ही अजय पिता गुलाबचंद अग्रवाल निवासी 84 कसेरा बाजार और राकेश पिता राधाकिशन बागजई के साथ ही संजय पिता ईश्वरदास वीरवानी ने भी की है। मल्हारगंज पुलिस ने इनकी भी शिकायत ले ली है। शरद तिवारी की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर में ही इनकी शिकायत को भी शामिल करके पुलिस बयान लेगी।
100 प्लॉट की कॉलोनी, आधे में डबल रजिस्ट्री
कांग्रेस नेता कमलेश खंडेलवाल ने अपने राजनीतिक रूतबे का लाभ उठाते हुए कॉलोनी में सुविधा के नाम पर सिर्फ सड़क और सीवरेज डालकर ही प्लॉट बेच डाले। यहां पानी और अप्रोच रोड की व्यवस्था अब तक नहीं है। इतना ही नहीं डायरी पर सौदे किए गए। 25 अगस्त 2011 को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से ले-आउट और 26 मार्च 2012 को डायवर्शन कराकर विकसित की गई करीब सवा सौ प्लॉट की इस कॉलोनी में आधे प्लॉटों की रजिस्ट्री डबल हुई है। मतलब एक-एक प्लॉट के दो-दो मालिक है।
सरकारी जमीन पर बना दी थी अप्रोच रोड
इस कॉलोनी की अप्रोच रोड सर्वे नं. 35 की जमीन पर बना दी थी जो कि छोटा बांगड़दा तालाब की जमीन थी जिसका खुलासा दबंग दुनिया ने 20 सितंबर 2014 को ‘तालाब में कमलेश का अप्रोच रोड’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार में किया था। 30 सितंबर 2015 को विधायक सुदर्शन गुप्ता की शिकायत पर कलेक्टर पी.नरहरि ने अप्रोच रोड उखड़वा दी थी। बाद में अपनी कॉलर ऊंची रखते हुए खंडेलवाल ने विधायक गुप्ता के खिलाफ सांध्य दैनिक अखबारों में प्रकाशित करवाई जिनके अनुसार उन्होंने छोटा बांगड़दा के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए सड़क बनवाई थी जिसे शिकायत करके गुप्ता ने उखड़वाया था।
इंदौर. विनोद शर्मा ।
डायरी पर सौदा करने और पूरा 70 प्रतिशत पेमेंट लेने के बाद प्लॉट का बालेबाले सौदा करने वाले गिरीराज देवकॉन प्रा.लि. के डायरेक्टर दिनेश पिता प्रेमस्वरूप खंडेलवाल के खिलाफ मल्हारगंज पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण एरोड्रम पुलिस को सौंपा जाएगा क्योंकि छोटा बांगड़दा इसी थाना क्षेत्र में आता है। दिनेश कांग्रेस नेता कमलेश खंडेलवाल के भाई हैं और दोनों ने मिलकर कंपनी के बेनर तले छोटा बांगड़दा में ईशा ऐवेन्यू और ईशा ऐवेन्यू-2 के नाम से कॉलोनी काटी है।
522 जनता कॉलोनी निवासी शरद पिता शिवनारायण तिवारी द्वारा डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा को की गई शिकायत और डीआईजी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद प्रकरण दर्ज हुआ। एफआईआर में खंडेलवाल के अलावा राकेश पिता रमेशचंद्र गर्ग, अजय पिता नारायण पारिख और मनीष वर्मा का नाम भी शामिल है जो कि गिरीराज देवकॉन प्रा.लि. के ही अन्य डायरेक्टर हैं। कंपनी ने छोटा बांगड़दा के सर्वे नं. 33/2 की 3.047 हेक्टेयर जमीन पर ईशा ऐवेन्यू-2 के नाम से कॉलोनी काटी थी।
डायरी पर पैसे किसी से लिए, प्लॉट किसी और को दिया...
तिवारी द्वारा की गई शिकायत के अनुसार 2011 में अजय पारिक, दिनेश खंडेलवाल, मनीष गर्ग और मनीष शर्मा ने गिरीराज देवकॉन्स प्रा.लि. कंपनी बनाई जिसका पेन एएईजीजी1302जे है। मैं लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में नौकरी करता था इसीलिए प्रेमस्वरूप खंडेलवाल और उनके बेटे दिनेश से संबंध थे। इन्हीं संबंधों के आधार पर मैंने प्लॉट नं. 38 का सौदा किया जो 1100 वर्गफीट का था। सौदा 721 रुपए/वर्गफीट की दर से 793100 रुपए में हुआ था। चार किश्तों में पैसा चुकाना था। डायरी पर तीन किश्तों (2.51, 1.75 व 1.75 लाख) में 6.01 लाख चुका भी दिए। खंडेलवाल ने कहा कि जल्द ही रजिस्ट्री करवा देंगे। जमीन के दाम बढ़ने के बाद ललचाए खंडेलवाल बंधुओं ने प्लॉट की रजिस्ट्री किसी ओर को कर दी।
और भी हुई है शिकायतें...
शरद तिवारी के साथ ही अजय पिता गुलाबचंद अग्रवाल निवासी 84 कसेरा बाजार और राकेश पिता राधाकिशन बागजई के साथ ही संजय पिता ईश्वरदास वीरवानी ने भी की है। मल्हारगंज पुलिस ने इनकी भी शिकायत ले ली है। शरद तिवारी की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर में ही इनकी शिकायत को भी शामिल करके पुलिस बयान लेगी।
100 प्लॉट की कॉलोनी, आधे में डबल रजिस्ट्री
कांग्रेस नेता कमलेश खंडेलवाल ने अपने राजनीतिक रूतबे का लाभ उठाते हुए कॉलोनी में सुविधा के नाम पर सिर्फ सड़क और सीवरेज डालकर ही प्लॉट बेच डाले। यहां पानी और अप्रोच रोड की व्यवस्था अब तक नहीं है। इतना ही नहीं डायरी पर सौदे किए गए। 25 अगस्त 2011 को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से ले-आउट और 26 मार्च 2012 को डायवर्शन कराकर विकसित की गई करीब सवा सौ प्लॉट की इस कॉलोनी में आधे प्लॉटों की रजिस्ट्री डबल हुई है। मतलब एक-एक प्लॉट के दो-दो मालिक है।
सरकारी जमीन पर बना दी थी अप्रोच रोड
इस कॉलोनी की अप्रोच रोड सर्वे नं. 35 की जमीन पर बना दी थी जो कि छोटा बांगड़दा तालाब की जमीन थी जिसका खुलासा दबंग दुनिया ने 20 सितंबर 2014 को ‘तालाब में कमलेश का अप्रोच रोड’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार में किया था। 30 सितंबर 2015 को विधायक सुदर्शन गुप्ता की शिकायत पर कलेक्टर पी.नरहरि ने अप्रोच रोड उखड़वा दी थी। बाद में अपनी कॉलर ऊंची रखते हुए खंडेलवाल ने विधायक गुप्ता के खिलाफ सांध्य दैनिक अखबारों में प्रकाशित करवाई जिनके अनुसार उन्होंने छोटा बांगड़दा के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए सड़क बनवाई थी जिसे शिकायत करके गुप्ता ने उखड़वाया था।
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