Thursday, August 10, 2017

बिहाड़िया के भू-माफियाओं पर खुड़ैल पुलिस करेगी एफआईआर


- एसडीएम ने लिखी चिट्ठी
- जांच में बीते छह महीनों में आधा दर्जन मकान बन गए..
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
बिहाड़िया में अवैध कॉलोनी काटने वाले कोमल सोनकर, विकास सोनकर और सुंदरलाल मालवीय के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिए एसडीएम ने खुड़ैल पुलिस को पत्र लिख दिया है। उधर, जांच के नाम पर बीते छह महीनों में भू-माफियाओं ने शतप्रतिशत प्लॉट बेच डाले। आधा दर्जन मकान मौके पर बन रहे हैं जबकि जनवरी में मामले का खुलासा होते वक्त सिर्फ सुंदरलाल मालवीय का एक ही मकान बन रहा था। ऐसे में जांच में हुई देर का खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ सकता है।
इंदौर तहसील के ग्राम बिहाड़िया के सर्वे नं. 230/1 की ढ़ाई एकड़ जमीन पर अवैध कॉलोनी कटी है। 160 से अधिक प्लॉट हैं। 16-17 जनवरी 2017 को दबंग दुनिया ने कॉलोनी के रूप में भू-माफियाओं की करतूत उजागर की थी। तब तक डेढ़ से तीन लाख रुपए की कीमत पर सौ से अधिक प्लॉट बेचे जा चुके थे। बिना  सड़क, पानी, नाली, बिजली जैसी सुविधाओं के। एसडीएम शालिनी श्रीवास्तव के निर्देश पर जनवरी में ही पटवारी और राजस्व निरीक्षक ने जांच की। फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। मामले की शिकायत 20 फरवरी को सीएम हैल्पलाइन पर दर्ज की गई। जिसका निराकरण करने में भी अफसरों को छह महीने लग गए।
खुड़ैल पुलिस दर्ज करेगी केस
सीएम हैल्पलाइन पर की गई शिकायत (3380782 ) और जनसुनवाई में प्राप्त शिकायत 34/बी-121/16-17 की जांच की। शिकायतें सही पाई गई। इसीलिए एसडीएम शालिनी श्रीवास्तव ने 27 जुलाई 2017 को थाना प्रभारी खुड़ैल को पत्र लिखकर कोमल सोनकर, विकास सोनकर और सुंदरलाल मालवीय के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा है।
अभी लेटर मिला नहीं, केस दर्ज होगा
एसडीएम द्वारा जो लेटर जारी किया गया है वह अब तक मिला नहीं है। प्राप्त होते ही पत्र के आधार पर संबंधित भू-माफियाओं के खिलाफ केस दर्ज करेंगे।
अविनाश सिह, प्रभारी
खुड़ैल थाना
यूं कटता रहा समय...
20 फरवरी 2017 : शिकायत दर्ज । एल-1 अधिकारी को भेजी।
5 मार्च : एक बार फिर शिकायल एल-1 अधिकारी को भेजी।
13 अपै्रल : नायब तहसीलदार श्रीकांत तिवारी को शिकायत निराकरण के लिए अधिकृत किया।
18 अपै्रल : एल-2 अधिकारी तक पहुंची शिकायत।
22 अपै्रल : तहसीलदार ने मौका रिपोर्ट पेश नहीं की।
27 अपै्रल : एल-3 अधिकारी तक पहुंची शिकायत।
8 मई : निराकरण न होने पर मामला एल-4 अधिकारी को सौंपा।
11 जुलाई : एसडीएम संयोगितागंज के समक्ष प्रकरण दर्ज।
11 जुलाई : पूर्व में किए गए निराकरण को अमान्य माना। शिकायत फिर एल-4 अधिकारी के पास गई।
31 जुलाई : एसडीएम ने टीआई खुड़ैल को लिखा।
हो यह भी सकता था...
16 जनवरी को दबंग दुनिया ने समाचार प्रकाशित करके कॉलोनी का खुलासा किया था? इससे पहले बिहाड़िया सरपंच जगदीश यादव शिकायत कर चुके थे। उसी दौरान मौका निरीक्षण होता तो वहां खेत में डाली गई सड़क दिखती। बनते मकान दिखते। मालिकी दस्तावेज की जांच होती। भू-माफियाओं पर कायमी हो सकती थी।
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बख्शे नहीं जाएंगे भू-माफिया
जांच, पूछताछ और मौका निरीक्षण में थोड़ा वक्त जरूर लगा है लेकिन जांच के बाद अब मामला पूरी तरह साफ है। भू-माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा। थाना प्रभारी को एफआईआर के लिए लिख दिया है।
शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम

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