Thursday, August 10, 2017

बनता जा रहा है घर की जगह अस्पताल, निगम को कम्पाउंडिंग का इंतजार

डॉक्टरों ने कर दी कायदे की सर्जरी
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
महापौर मालिनी गौड़ की सबसे प्रिय सड़क ‘लक्ष्मणसिंह गौड़ मार्ग’ पर घर का नक्शा पास करवाकर जो अस्पताल बनवाया जा रहा है उसे नगर निगम के मैदानी अमले का संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि मेन रोड पर तन रही इस इमारत में हुए अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर, अधिकारियों ने जांच तक नहीं की। निगमकर्मियों के सहयोग और राजनीतिक संरक्षण के कारण अवैध निर्माण बेखौफ जारी है।
डॉ. मून पति भरत कुमार जैन, डॉ. शंकरलाल पिता पन्नालाल गुप्ता और डॉ. प्रमीला पति शंकरलाल गुप्ता के नाम दर्ज प्लॉट नं. 10 गुमाश्तानगर पर नगर निगम ने 21 अक्टूबर 2016 को बिल्डिंग पर्मिशन (3755/आईएमसी/जेड1/डब्ल्यू83/2016) जारी की थी। इस स्वीकृति के विपरीत संभ्रांत डॉक्टरों द्वारा भू-माफियाओं की तरह कैसे मनमाना निर्माण किया जा रहा है? इसका खुलासा दबंग दुनिया ने बीते दिनों किया था। उधर, पूर्व पार्षद परमानंद सिसोदिया भी लगातार मामले की शिकायतें कर रहे हैं। इतने सब के बावजूद न डॉक्टरों ने निर्माण रोका न ही नगर निगम के अधिकारियों ने निर्माण की हद तय की।
एप्पल जैसे हॉस्पिटल तन जाते हैं, अधिकारी देखते रहते हैं
10 गुमाश्तानगर ही अवैध निर्माण का मुद्दा नहीं है। इससे पहले कानून को समझने वाले डॉक्टरों की ‘समझदारी’ ने कमर्शियल कॉम्पलेक्स को एप्पल हॉस्पिटल बना दिया है। इससे पहले स्कीम-71 का ही महावीर हॉस्पिटल भी निगम के निशाने पर रहा। अभी भी नगर निगम के अधिकारी यह कहते हुए मामले को टाल रहे हैं कि अभी मामला अंडर कंस्ट्रक्शन में है और बनने के बाद कम्पाउंडिंग में आएगा ही तब देखेंगे।
हालांकि शहर में खड़ी कई ऐसी इमारते हैं जिन्हें निर्माणाधीन अवस्था में निगम द्वारा मेहरबानी करके नहीं रोका गया लेकिन बाद में वही इमारतें शहर के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो रही है। अब निगम उनका कुछ बिगाड़ भी नहीं पा रहा है।
जल्द ही दिखवाते हैं मामला
10 गुमाश्तानगर अभी निर्माणाधीन है। नीचे कमर्शियल और ऊपर आवासीय मंजूरी मिली है। शिकायतें मिली है। एक-दो दिन में मौका निरीक्षण करेंगे। जो अवैध निर्माण होगा उसे हटाएंगै।
अश्विन जनवदे, भवन अधिकारी

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