उज्जैन से विनोद शर्मा ।
सिंहस्थ 2016 में आने वाले श्रृद्धालुओं को पर्याप्त मात्रा में दूध की आपूर्ति बने रहे इसके लिए उज्जैन दुग्ध संघ भी तैयार है। संघ ने 147 सांची पार्लर स्थापित कर दिए हैं और सिंहस्थ के दौरान एक वक्त में तकरीबन सवा लाख लीटर दूध मुहैया कराया जाएगा। जरूरत पड़ी तो इंदौर और भोपाल दुग्ध संघ की मदद भी ली जा सकती है।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में लगने वाले स्थान चिह्नित कर पार्लर लॉटरी पद्धति से आवेदकों को आवंटित कर दिए हैं। तकरीबन 100 पार्लर ने काम भी शुरू कर दिया है। जल्द ही 1 अपै्रल तक सभी पार्लर खड़े हो जाएंगे। पार्लर पर श्रद्धालुओं को स्टेण्डर्ड दूध 6 लीटर, 1 लीटर एवं 500 एमएल पैक में उपलब्ध मिलेगा। 15 किलोग्राम, 5 किलोग्राम एवं 1 लीटर पैक में सांची घी भी मिलेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए पार्लर पर श्रीखण्ड, लस्सी, फ्लेवर्ड मिल्क, नमकीन मठ्ठा, मावा, पनीर, दही, सादी छाछ, पेठा, मिल्क केक, रसगुल्ला, गुलाबजामुन आदि सांची के सभी उत्पाद पर्याप्त मात्रा में सुलभ होंगे। सिंहस्थ हेतु अतिरिक्त मांग की आपूर्ति करने के लिए मशीनरी, टेंकर, केरेट, क्रेन की व्यवस्था भी अपै्रल के पहले सप्ताह में हो जाएगी। प्लांट के विस्तारीकरण का काम भी 10 अपै्रल तक पूरा हो जाएगा।
चार जोन में 50 हजार लीटर दूध..
सिंहस्थ मेला क्षेत्र को 6 जोन में बांटा गया है। इसमें से मुख्य हैं चार। दत्त अखाड़ा, काल भैरव, मंगलनाथ और महाकाल। इन चारों जोन पर एक वक्त में कुल 50 हजार लीटर का स्टोरेज रहेगा। यहीं से सप्लाई होगी। सप्लाई के दौरान बाकी दूध की आपूर्ति के लिए भी हर पॉइन्ट पर आठ-आठ व्यक्ति तैनात रहेंगे जो स्टोरेज कम नहीं होने देंगे। हर जोन को करीब-करीब 10 से 12 हजार लीटर दूध मिलेगा।
73 हजार लीटर पार्लर पर
जोन पर 50 हजार लीटर दूध की आपूर्ति के साथ ही 147 सांची पार्लर को 500-500 लीटर दूध दिया जाएगा। यानी हर दिन पार्लर से ही 73500 लीटर दूध मिलेगा।
60 हजार से 1 लाख लीटर खपत बढ़ेगी
एक वक्त में सवा लाख लीटर दूध का स्टोरेज रहेगा। पैकिंग मशीन नई लग रही है जो 10 अपै्रल तक लग जाएगी। 60 हजार से 1 लाख लीटर दूध की खपत बढ़ने का अनुमान है। अभी हमारे पास 2 से 2.25 लाख लीटर का कलेक्शन है। जरूरत पड़ी तो इंदौर और भोपाल से भी दूध लेंगे।
ताकि न आए यात्रियों को दिक्कत
उज्जैन दुग्ध संघ यात्रियों को दूध, घी और दुग्ध पदार्थ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। इस हेतु झोन में अधिकारियों की ड्यूटी 24 घंटे लगा दी गई है तथा दो अधिकारी सम्पूर्ण झोन में भ्रमण कर आने वाली समस्या का निराकरण करने के लिए तत्पर रहेंगे।
के.के.माहेश्वरी, सीईओ
उज्जैन दुग्ध संघ
सिंहस्थ 2016 में आने वाले श्रृद्धालुओं को पर्याप्त मात्रा में दूध की आपूर्ति बने रहे इसके लिए उज्जैन दुग्ध संघ भी तैयार है। संघ ने 147 सांची पार्लर स्थापित कर दिए हैं और सिंहस्थ के दौरान एक वक्त में तकरीबन सवा लाख लीटर दूध मुहैया कराया जाएगा। जरूरत पड़ी तो इंदौर और भोपाल दुग्ध संघ की मदद भी ली जा सकती है।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में लगने वाले स्थान चिह्नित कर पार्लर लॉटरी पद्धति से आवेदकों को आवंटित कर दिए हैं। तकरीबन 100 पार्लर ने काम भी शुरू कर दिया है। जल्द ही 1 अपै्रल तक सभी पार्लर खड़े हो जाएंगे। पार्लर पर श्रद्धालुओं को स्टेण्डर्ड दूध 6 लीटर, 1 लीटर एवं 500 एमएल पैक में उपलब्ध मिलेगा। 15 किलोग्राम, 5 किलोग्राम एवं 1 लीटर पैक में सांची घी भी मिलेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए पार्लर पर श्रीखण्ड, लस्सी, फ्लेवर्ड मिल्क, नमकीन मठ्ठा, मावा, पनीर, दही, सादी छाछ, पेठा, मिल्क केक, रसगुल्ला, गुलाबजामुन आदि सांची के सभी उत्पाद पर्याप्त मात्रा में सुलभ होंगे। सिंहस्थ हेतु अतिरिक्त मांग की आपूर्ति करने के लिए मशीनरी, टेंकर, केरेट, क्रेन की व्यवस्था भी अपै्रल के पहले सप्ताह में हो जाएगी। प्लांट के विस्तारीकरण का काम भी 10 अपै्रल तक पूरा हो जाएगा।
चार जोन में 50 हजार लीटर दूध..
सिंहस्थ मेला क्षेत्र को 6 जोन में बांटा गया है। इसमें से मुख्य हैं चार। दत्त अखाड़ा, काल भैरव, मंगलनाथ और महाकाल। इन चारों जोन पर एक वक्त में कुल 50 हजार लीटर का स्टोरेज रहेगा। यहीं से सप्लाई होगी। सप्लाई के दौरान बाकी दूध की आपूर्ति के लिए भी हर पॉइन्ट पर आठ-आठ व्यक्ति तैनात रहेंगे जो स्टोरेज कम नहीं होने देंगे। हर जोन को करीब-करीब 10 से 12 हजार लीटर दूध मिलेगा।
73 हजार लीटर पार्लर पर
जोन पर 50 हजार लीटर दूध की आपूर्ति के साथ ही 147 सांची पार्लर को 500-500 लीटर दूध दिया जाएगा। यानी हर दिन पार्लर से ही 73500 लीटर दूध मिलेगा।
60 हजार से 1 लाख लीटर खपत बढ़ेगी
एक वक्त में सवा लाख लीटर दूध का स्टोरेज रहेगा। पैकिंग मशीन नई लग रही है जो 10 अपै्रल तक लग जाएगी। 60 हजार से 1 लाख लीटर दूध की खपत बढ़ने का अनुमान है। अभी हमारे पास 2 से 2.25 लाख लीटर का कलेक्शन है। जरूरत पड़ी तो इंदौर और भोपाल से भी दूध लेंगे।
ताकि न आए यात्रियों को दिक्कत
उज्जैन दुग्ध संघ यात्रियों को दूध, घी और दुग्ध पदार्थ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। इस हेतु झोन में अधिकारियों की ड्यूटी 24 घंटे लगा दी गई है तथा दो अधिकारी सम्पूर्ण झोन में भ्रमण कर आने वाली समस्या का निराकरण करने के लिए तत्पर रहेंगे।
के.के.माहेश्वरी, सीईओ
उज्जैन दुग्ध संघ
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