Friday, April 8, 2016

सहुलियतों के संकट का शाही संताप sinhastha 2016

सिंहस्थ मेला क्षेत्र में कहीं संत पानी-बिजली के लिए परेशान तो कहीं सुविधाघर के लिए
उज्जैन से विनोद शर्मा ।
सिंहस्थ में बुनियादी सहुलियतों और जमीन आवंटन का का काम जितना तेजी से चल रहा है उतनी ही सुस्त है अस्थाई आश्रम को उपलब्ध कराई जाने वाली सहुलियतों का काम। फिर मामला सुविधाघर के निर्माण का हो या फिर बिजली या पानी की उपलब्धता का। हालात यह है कि साधुओं को पानी के लिए खेत-खेत भटकना पड़ रहा है। सहुलियत के सवाल पर अधिकारी संतों को यही कहते नजर आते हैं कि स्वामी एक-दो दिन में हो जाएगा।
  दत्त अखाड़ा, काल भैरव और मंगलनाथ जोन में जमीन पाने के बाद भी कई संत सुविधाओं के लिए खड़े नजर आ रहे हैं। कहीं जमीन आवंटन के बावजूद जमीन बराबर नहीं है। न नल के पते हैं, न ही बिजली के। न सुविधाघर के। जबकि इन व्यवस्थाओं पर काम करते-करते मैदानी अमले को दो-तीन महीने हो चुके हैं।  सहुलियतें दिखती भी है तो वहीं जहां बड़े संतों या संस्थाओं का डेरा लगा है। मंगलनाथ क्षेत्र के महंत रामस्वरू ने बताया कि जमीन मिल गई है लेकिन पानी-बिजली नहीं है। पड़ौस में खेत है और किसान भला आदमी है जो पानी दे रहा है।
किसान का पानी और उसी की बिजली
हमें यहां दो महीने हो गए हैं। न लाइट की व्यवस्था है। न ही पानी की। न जगह बराबर करने की। आगे लिखकर देते हैं तो जवाब मिलता है महाराज जी भेजते हैं। पानी आगे पटेल के खेत से ला रहे हैं। बिजली भी किसान से ले रखी है।
मलखानदास त्यागी, राजस्थान
सिक्युरिटी डिपॉजिट जमा, फिर भी बिजली नहीं
एक महीना हो गया है उज्जैन आए। नासिक के कुम्भ में बड़ा इंतजाम था। नल, जल और मल का यहां बुलाने पर भी कोई नहीं सुनता। टंकी रखी है तो नल नहीं है। जैसा नाम था वैसा काम नहीं है। सिक्युरिटी डिपॉजिट जमा कर चुके हैं लेकिन आठ दिन से बिजली कनेक्शन नहीं मिला। दूसरों से बिजली मांगना पड़ रही है। बाकी काम भी फीनिशिंग टच तक नहीं पहुंचे।
महंत रामकिशोर दास
बड़ा भक्तमहल दिगम्बर अखाड़ा
अयोध्या
हम 8 मार्च से यंहा हैं और सुविधा घर का काम शुरू हुआ है अब। मजबूरन बाहर जाना पड़ा। टँकी रखी है लेकिन नल कनेक्शन नही मिला।

संतोषजनक नहीं है व्यवस्था
अभी संतोषजनक काम नहीं है। मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान हैं। आवश्यक सुविधा पर्याप्त मात्रा में नहीं है। यत्र-तत्र कहीं है। अखाड़ों की राय के बिना जमीन दी। खालसा के बीच अन्य व्यक्तियों के आने से व्यवधान होगा। अखाड़ों को नेतृत्व करने में दिक्कत आएगी।
महंत कृष्णदास, अध्यक्ष
अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाड़ा
यह है मूलभूत समस्याएं...
- पूरे मेला क्षेत्र में बहुतायत में सुविधाघ बनाए जा रहे हं लेकिन तीनों ही क्षेत्र में सुविधाघर बनाने की गति धीमी है। खासकर काल भैरव और मंगलनाथ क्षेत्र में। कहीं सिर्फ र्इंट का बेस बना है तो कहीं उस पर लोहे का स्ट्रक्चर खड़ा है। कहीं अंडरग्राउंड सीवरेज लाइन डाली जा रही है।
- इसी तरह हर प्लॉट को नल कनेक्शन भी दिए गए हैं। नल का काम अभी 20 प्रतिशत ही हुआ है। कहीं कागज पर कनेक्शन दिए जा चुके हैं जबकि मौके पर पाइप तक के पते नहीं है। कालभैरव और मंगलनाथ क्षेत्र में नल कहीं-कहीं दिखते हैं।
- देखने में तो तीनों प्रमुख जोन बिजली के खम्बों से पटे पड़े हैं लेकिन यहां खम्बों पर न करंट न कनेक्शन। कुछ ही डीपी ऐसी हैं जिनसे सप्लाई जारी है। बिजली के अभाव में प्लॉटों का समतलीकरण और कुटिया बनाने काम प्रभावित हो रहा है।
- जो सुविधाघर बनाए हैं उनके दरवाजे सिंहस्थ का आगाज होने से पहले ही दरकने लगे हैं।

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