आधा दर्जन घाट पर तैनात है 150 वॉलेंटियर
उज्जैन से विनोद शर्मा ।
पीली डेÑेस में खड़े पुलिस और होमगार्ड के जवानों की तरह दो दर्जन से अधिक भगवा वेष धारी साधु-सन्यासी रामघाट पर मुश्तैद खड़े थे। हरे और पीले रंग की टी-शर्ट पहले उनके साथ उनके वॉलेंटियर भी थे जो नदी में नहाने वाले हर व्यक्ति पर निगाह रखे हुए थे। जैसे ही कोई नियम उल्लंघन करता तत्काल सीटी बजा देते। न सिर्फ रामघाट बल्कि सभी प्रमुख घाटों पर यह व्यवस्था की है कोलकाता के भारत सेवाश्रम संघ ने। ताकि कोई नदी में डूबे न।
दूसरे शाही स्नान पर भी संघ के सिपाहसालारों की मुश्तैदी नजर आई। संघ ने दत्त अखाड़ा जोन और महाकाल जोन के अंतर्गत आने वाले तकरीबन आधा दर्जन घाटों पर 150 सन्यासी और वॉलेंटियर घाटों पर तैनात किए हैं जिनका काम है नहाने वाले श्रृद्धालुओं का ध्यान रखना और उन्हें डूबने से बचाना। 20 अपै्रल 2016 को संघ को सेवा की अनुमति दी है होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमाडेंट सुमत जैन ने। संघ भूखी माता रोड स्थित अपने प्रकल्प में 10 बेड का अस्पताल और अन्न क्षेत्र भी संचालित कर रहा है जहां बड़ी तादाद में लोग लाभ ले रहे हैं।
फस्ट एड बॉक्स टीम भी मैदान में
संघ सेवा को समर्पित है। नारायण की सेवा यहां हर प्रकल्प में हो रही है। हम नर की सेवा से आनंदित हैं। सेवा सिर्फ सरकारी जिम्मेदारी नहीं है बल्कि सिंहस्थ के लिए सफलता के लिए हम सबको इसमें सहयोग देना चाहिए। संघ ने तैराकी दल और अस्थाई अस्पताल के साथ दर्जनभर से अधिक फर्स्ट एड टीम भी नियुक्त की है।
सौरभानंद गिरी , भारत सेवाश्रम संघ
आर्किटेक्ट और मॉडल मेकर बजा रहे हैं सिटी
संघ में एक से बढ़कर एक सेवादार हैं। सबकी प्रोफाइल मजबूत है। ऐसे ही एक हैं अशीम भौमिक जो कि मुलत: कोलकाता के ही हैं। वे आर्किटेक्ट और मॉडल मैकर होने के साथ ही ड्रामे की एक संस्था भी चलाते हैं। टीवी सीरियल में एक्टिंग भी करते हैं। वे 20 अप्रैल से यहां है। उन्होंने बताया कि उन्हें सेवा में बड़ा मजा आता है। वे शाही स्नान या पर्व स्नान की ज्यादा समझ नहीं रखते। हां, स्वामीजी ने काम बताया नहीं कि उन्हे करते देर नहीं लगती। उनका कहना है कि जब सेवा करते हैं तो घर जाकर सुकुन मिलता है।
किस घाट पर कितने लोग...
दत्त अखाड़ा घाट 50
कर्कराज मंदिर घाट 20
नृसिंह घाट 20
रामघाट 20
भूखी माता घाट 20
गुरूनानक घाट 20
उज्जैन से विनोद शर्मा ।
पीली डेÑेस में खड़े पुलिस और होमगार्ड के जवानों की तरह दो दर्जन से अधिक भगवा वेष धारी साधु-सन्यासी रामघाट पर मुश्तैद खड़े थे। हरे और पीले रंग की टी-शर्ट पहले उनके साथ उनके वॉलेंटियर भी थे जो नदी में नहाने वाले हर व्यक्ति पर निगाह रखे हुए थे। जैसे ही कोई नियम उल्लंघन करता तत्काल सीटी बजा देते। न सिर्फ रामघाट बल्कि सभी प्रमुख घाटों पर यह व्यवस्था की है कोलकाता के भारत सेवाश्रम संघ ने। ताकि कोई नदी में डूबे न।
दूसरे शाही स्नान पर भी संघ के सिपाहसालारों की मुश्तैदी नजर आई। संघ ने दत्त अखाड़ा जोन और महाकाल जोन के अंतर्गत आने वाले तकरीबन आधा दर्जन घाटों पर 150 सन्यासी और वॉलेंटियर घाटों पर तैनात किए हैं जिनका काम है नहाने वाले श्रृद्धालुओं का ध्यान रखना और उन्हें डूबने से बचाना। 20 अपै्रल 2016 को संघ को सेवा की अनुमति दी है होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमाडेंट सुमत जैन ने। संघ भूखी माता रोड स्थित अपने प्रकल्प में 10 बेड का अस्पताल और अन्न क्षेत्र भी संचालित कर रहा है जहां बड़ी तादाद में लोग लाभ ले रहे हैं।
फस्ट एड बॉक्स टीम भी मैदान में
संघ सेवा को समर्पित है। नारायण की सेवा यहां हर प्रकल्प में हो रही है। हम नर की सेवा से आनंदित हैं। सेवा सिर्फ सरकारी जिम्मेदारी नहीं है बल्कि सिंहस्थ के लिए सफलता के लिए हम सबको इसमें सहयोग देना चाहिए। संघ ने तैराकी दल और अस्थाई अस्पताल के साथ दर्जनभर से अधिक फर्स्ट एड टीम भी नियुक्त की है।
सौरभानंद गिरी , भारत सेवाश्रम संघ
आर्किटेक्ट और मॉडल मेकर बजा रहे हैं सिटी
संघ में एक से बढ़कर एक सेवादार हैं। सबकी प्रोफाइल मजबूत है। ऐसे ही एक हैं अशीम भौमिक जो कि मुलत: कोलकाता के ही हैं। वे आर्किटेक्ट और मॉडल मैकर होने के साथ ही ड्रामे की एक संस्था भी चलाते हैं। टीवी सीरियल में एक्टिंग भी करते हैं। वे 20 अप्रैल से यहां है। उन्होंने बताया कि उन्हें सेवा में बड़ा मजा आता है। वे शाही स्नान या पर्व स्नान की ज्यादा समझ नहीं रखते। हां, स्वामीजी ने काम बताया नहीं कि उन्हे करते देर नहीं लगती। उनका कहना है कि जब सेवा करते हैं तो घर जाकर सुकुन मिलता है।
किस घाट पर कितने लोग...
दत्त अखाड़ा घाट 50
कर्कराज मंदिर घाट 20
नृसिंह घाट 20
रामघाट 20
भूखी माता घाट 20
गुरूनानक घाट 20
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