सज्जन वर्मा के संबंधी का कारनामा
इंदौर. विनोद शर्मा ।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा के घर से विवादों का साया दूर हुआ भी नहीं था कि बेटी के ससूराल से अवैध निर्माण की शिकायतें आने लगी है। दामाद के बड़े भाई और तथाकथित सरकारी इलेक्ट्रीकल ठेकेदार मनीष बाशानी ने प्रोफेसर कॉलोनी में तमाम सरकारी कायदों को तांक पर रखकर जी+2 बिल्डिंग तान दी। आवासीय प्लॉट पर बनी इस बिल्डिंग को मार्केट की शक्ल दी जाना है।
विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के लिए विकसित की गई प्रोफेसर कॉलोनी का प्लॉट नं. 317 रीना पति मनीष बाशानी का है। पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा के भाई अजयसिंह वर्मा के दामाद हिमांशु बाशानी का बड़ा भाई है मनीष। नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार 1200 वर्गफीट क्षेत्रफल के इस प्लॉट पर बाशानी और राजेश राणा संयुक्त रूप से यहां बी+जी+2 मार्केट बना रहे हैं। इस मार्केट में ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें बनाई जा रही है जबकि पहली और दूसरी मंजिल पर आॅफिसेस बनाए जाना है। नगर निगम आयुक्त को की गई शिकायत और नगर निगम के संपत्तिकर खाते के अनुसार आवासीय भू-उपयोग के इस प्लॉट पर राजनीतिक संरक्षण के चलते अवैध मार्केट बनाया जा रहा है।
ऐसा स्वरूप है मार्केट का
अग्रवाल स्वीट्स के पास बन रहे इस मार्केट में बेसमेंट में सीढ़िया दी गई है जो कि दूसरी मंजिल तक जाती है। पार्किंग के लिए रैंप भी है। ग्राउंड फ्लोर पर 1500 वर्गफीट से ज्यादा का हॉल छोड़ा गया है। हॉल ऐसे बनाया गया है कि यदि हॉल पूरा न बिके या किराए पर जाए तो ऐसी स्थिति में पार्टीशन करके तीन दुकानें निकाली जा सकती है। पहली और दूसरी मंजिल पर रोड साइड तीन-तीन आॅफिस हैं। बीच में आने-जाने के लिए 5-7 फीट का रास्ता है। सामने दो-दो आॅफिस अलग हैं। एक कोने में सीढियां, लिफ्ट स्पेस और कॉमन बाथरूम भी है। मौजूदा कीमत तकरीबन 15000 रुपए वर्गफीट तय की गई है। पजेशन जल्द से जल्द देने का वादा।
एमओएस भी हजम...
जो मार्केट बन रहा है उसमें अवैधानिक रूप से बालकनी को रोड साइड बढाÞकर फ्रंट एमओएस कवर कर लिया है। बालकनी दूसरे मकानों की बालकनी से ज्यादा दूर से नजर आती है। वहीं बाकी तीन तरफ दीवार से दीवार सटाकर निर्माण करके आसपास का एमओएस भी हजम कर गए।
कागज पर एरिया कम, मैदान में ज्यादा
संपत्ति कर के खाते (पिन-40667069800113) के अनुसार प्लॉट पर मकान जी+1 बना है। ग्राउंड फ्लोर 1200 वर्गफीट है जबकि पहली मंजिल 1000 वर्गफीट की। वहीं बात यदि मैदानी हकीकत की करें तो प्लॉट की लंबाई 50 फीट है जबकि चौड़ाई 40 फीट। यानी कुल प्लॉट एरिया हुआ 2000 वर्गफीट।
एक्सपायर कान्ॅट्रेक्टर है मनीष
मनीष 1991 से सरकार के बिजली व सीविल के कांन्ट्रेक्ट लेता है लेकिन बीते दिनों उसकी कान्ट्रेक्टरशीप (कान्ट्रेक्टर आईडी 027352011, श्रेणी सी) एक्सपायर हो गई। उसकी फर्म का पता है 301 ए श्रीजी टॉवद 383-384 खातीवाला टैंक।
संपर्क नहीं हो पाया...
दबंग दुनिया ने मार्केट के संबंध में मनीष बाशानी से उनके मोबाइल पर कई बार संपर्क किया लेकिन बार-बार प्रयास के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो पाया। हालांकि मार्केट के संबंध में ग्राहक बनकर दबंग टीम ने बाशानी के पार्टनर राजेश राणा से बात की तो उन्होंने मार्केट के स्वरूप के साथ ही मौजूदा कीमत की जानकारी भी दी। वैधानिकता के संबंध में उनका कहना है कि सबकुछ मंजूरी के हिसाब से है।
इंदौर. विनोद शर्मा ।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा के घर से विवादों का साया दूर हुआ भी नहीं था कि बेटी के ससूराल से अवैध निर्माण की शिकायतें आने लगी है। दामाद के बड़े भाई और तथाकथित सरकारी इलेक्ट्रीकल ठेकेदार मनीष बाशानी ने प्रोफेसर कॉलोनी में तमाम सरकारी कायदों को तांक पर रखकर जी+2 बिल्डिंग तान दी। आवासीय प्लॉट पर बनी इस बिल्डिंग को मार्केट की शक्ल दी जाना है।
विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के लिए विकसित की गई प्रोफेसर कॉलोनी का प्लॉट नं. 317 रीना पति मनीष बाशानी का है। पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा के भाई अजयसिंह वर्मा के दामाद हिमांशु बाशानी का बड़ा भाई है मनीष। नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार 1200 वर्गफीट क्षेत्रफल के इस प्लॉट पर बाशानी और राजेश राणा संयुक्त रूप से यहां बी+जी+2 मार्केट बना रहे हैं। इस मार्केट में ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें बनाई जा रही है जबकि पहली और दूसरी मंजिल पर आॅफिसेस बनाए जाना है। नगर निगम आयुक्त को की गई शिकायत और नगर निगम के संपत्तिकर खाते के अनुसार आवासीय भू-उपयोग के इस प्लॉट पर राजनीतिक संरक्षण के चलते अवैध मार्केट बनाया जा रहा है।
ऐसा स्वरूप है मार्केट का
अग्रवाल स्वीट्स के पास बन रहे इस मार्केट में बेसमेंट में सीढ़िया दी गई है जो कि दूसरी मंजिल तक जाती है। पार्किंग के लिए रैंप भी है। ग्राउंड फ्लोर पर 1500 वर्गफीट से ज्यादा का हॉल छोड़ा गया है। हॉल ऐसे बनाया गया है कि यदि हॉल पूरा न बिके या किराए पर जाए तो ऐसी स्थिति में पार्टीशन करके तीन दुकानें निकाली जा सकती है। पहली और दूसरी मंजिल पर रोड साइड तीन-तीन आॅफिस हैं। बीच में आने-जाने के लिए 5-7 फीट का रास्ता है। सामने दो-दो आॅफिस अलग हैं। एक कोने में सीढियां, लिफ्ट स्पेस और कॉमन बाथरूम भी है। मौजूदा कीमत तकरीबन 15000 रुपए वर्गफीट तय की गई है। पजेशन जल्द से जल्द देने का वादा।
एमओएस भी हजम...
जो मार्केट बन रहा है उसमें अवैधानिक रूप से बालकनी को रोड साइड बढाÞकर फ्रंट एमओएस कवर कर लिया है। बालकनी दूसरे मकानों की बालकनी से ज्यादा दूर से नजर आती है। वहीं बाकी तीन तरफ दीवार से दीवार सटाकर निर्माण करके आसपास का एमओएस भी हजम कर गए।
कागज पर एरिया कम, मैदान में ज्यादा
संपत्ति कर के खाते (पिन-40667069800113) के अनुसार प्लॉट पर मकान जी+1 बना है। ग्राउंड फ्लोर 1200 वर्गफीट है जबकि पहली मंजिल 1000 वर्गफीट की। वहीं बात यदि मैदानी हकीकत की करें तो प्लॉट की लंबाई 50 फीट है जबकि चौड़ाई 40 फीट। यानी कुल प्लॉट एरिया हुआ 2000 वर्गफीट।
एक्सपायर कान्ॅट्रेक्टर है मनीष
मनीष 1991 से सरकार के बिजली व सीविल के कांन्ट्रेक्ट लेता है लेकिन बीते दिनों उसकी कान्ट्रेक्टरशीप (कान्ट्रेक्टर आईडी 027352011, श्रेणी सी) एक्सपायर हो गई। उसकी फर्म का पता है 301 ए श्रीजी टॉवद 383-384 खातीवाला टैंक।
संपर्क नहीं हो पाया...
दबंग दुनिया ने मार्केट के संबंध में मनीष बाशानी से उनके मोबाइल पर कई बार संपर्क किया लेकिन बार-बार प्रयास के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो पाया। हालांकि मार्केट के संबंध में ग्राहक बनकर दबंग टीम ने बाशानी के पार्टनर राजेश राणा से बात की तो उन्होंने मार्केट के स्वरूप के साथ ही मौजूदा कीमत की जानकारी भी दी। वैधानिकता के संबंध में उनका कहना है कि सबकुछ मंजूरी के हिसाब से है।
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