Tuesday, June 28, 2016

न वक्त पर मरम्मत, न अनुबंध का पालन

पीएचई में मनमानी की शिकायत सीएम को
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
इंदौर जिले के हैंडपंप्स के संधारण के लिए जो ठेका दिया गया है उसमें भारी मनमानी है। अनुबंध के विपरीत आधे हैंडपंप्स पर मार्किंग की नहीं की गई है। संधारण के जबरिया बिल लगाकर सरकारी खजाने में सेंधमारी की जा रही है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सदस्य नियुक्त हुए सज्जनसिंह भिल्लारे ने यह शिकायत मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में की है।
भिल्लारे की शिकायत के अनुसार जिन कंपनियों ने ठेका लिया है उनके पास पर्याप्त संख्या में तकनीकी स्टाफ ही नहीं है। न ही वे हैंडपंप से निकले पुराने पाटर््स को जमा करा रहे हैं। इतना ही नहीं प्रचार-प्रसार के लिए लगाए जाने वाले फ्लैक््स और बैनर भी पंचायतों व गांव के प्रमुख स्थानों पर नहीं लगाए गए हैं जिन पर टेक्नीकल टीम के नंबर रहते हैं।
बार-बार लिखने के बावजूद नहीं हो रहे रिलिव
शिकायत के अनुसार विभाग में दुर्गेश पवार हैंडपंप टेक्नीशियन के रूप में पदस्थ हैं जो कि मुलत: बुरहानपुर खंड के कर्मचारी हैं। बुरहानपुर के अधिकारी 30 सितंबर 2015, 24 सितंबर 2015,  30 सितंबर 2015 और 15 दिसंबर 2015 को पत्र लिखकर दुर्गेश को कार्यमुक्त करने का आग्रह कर चुके हैं। उसे रिलिव नहीं किया गया। उलटा, महू ट्रांसफर कर दिया जहां दुर्गेश ने अर्से तक ज्वाइन ही नहीं किया। दुर्गेश विभाग के हैंडपंप टेक्नीशियन पुरनसिंह बेस और सांवेर उपयंत्री एम.के.नाइक के नजदीकी हैं।

दबंग दुनिया....
पता चला कि कर निर्धारण अधिकारी ने व्यवसायी की करयोग्य राशि का कम निर्धारण किया जबकि उनके खातों, विक्रय सूची और दूसरे सबूतों के अनुसार टैक्स ज्यादा बनता था।

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