Tuesday, June 28, 2016

फुल कराड़िया में बनेगा नर्मदा-गंभीर ‘संगम’

-विधायक ने एनवीडीए को दिखाई आठ एकड़ जमीन
- उज्जैनी से बड़ा पर्यटन केंद्र बनेगा
इंदौर. विनोद शर्मा ।
नर्मदा-शिप्रा लिंक परियोजना के तहत उज्जैनी में जैसा संगम स्थल बना है उससे दो गुना बड़ा संगम स्थल बनेगा देपालपुर तहसील के फुलकराड़िया गांव में। नर्मदा-मालवा गंभीर परियोजना के तहत प्रस्तावित इस संगम के लिए आठ एकड़ से अधिक जमीन चिह्नित की जा चुकी है। संभवत: जून या जुलाई के पहले सप्ताह में इसी संगम स्थली पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान नर्मदा-मालवा गंभीर की नींव रखेंगे।
उज्जैनी का संगम एक तीर्थ के रूप में विकसित  हो चुका है। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) उज्जैनी की तरह ही नर्मदा-गंभीर लिंक को भी धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से यादगार बनाना चाहता है। इसीलिए एनवीडीए ने एक और संगम का खांका खींचना शुरू कर दिया है। इसके लिए देपालपुर विधायक मनोज पटेल ‘गंभीर नदी का बड़ा हिस्सा जिनके विधानसभा क्षेत्र में आता है’, ने नगर निगम के यशवंतसागर पंपिंग स्टेशन के पास आठ एकड़ जमीन भी दिखाई है। एनवीडीए की कोशिश भी यही है कि यहां जो संगम स्थल बने कमसकम वह उज्जैनी से ज्यादा भव्य व बड़ा हो।
धार्मिक महत्व बड़ी चुनौती
उज्जैनी में मां शिप्रा का उद्गम है इसीलिए वहां संगम को  धार्मिक महत्व भी मिला लेकिन गंभीर संगम को कैसे धार्मिक पहचान मिले? यह एनवीडीए के लिए बड़ी चुनौती है।
एतिहासिक दर्जा मिले लेकिन वहां भी विवाद
गंभीर नदी से ही लगा है बड़ी कलमेर गांव जहां एक पुराना कुंड है जिसे अहिल्या कुंड कहते हैं। एनवीडीए इसका भी सर्वे कर चुका है। यहां संगम स्थल बनाकर कुंड को पहचान देने की योजना भी जमीन को लेकर कोर्ट में विचाराधीन प्रकरण के कारण अटक गई।
किसी बड़े नेता का इंतजार
विधायक पटेल जमीन का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भी दे चुके हैं। यह भी तय हो चुका है कि शिलान्यास फुल कराड़िया में होगा लेकिन मुख्यमंत्री की सभा देपालपुर में होगी। उधर, नर्मदा-शिप्रा लिक के शिलान्यास से लेकर उद्घाटन तक में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी को लाने में सफल रहे मुख्यमंत्री को उन्हीं की तरह के राष्ट्रीय नेता का इंतजार है जिनके हाथों संगम का शिलान्यास कराया जा सके।
बड़ा संगम स्थल बनेगा...
पंपिंग स्टेशन से कुछ ही दूरी पर है फुल कराड़िया की वह जमीन जो संगम स्थल के लिए चिह्नित की है। आठ-दस एकड़ जमीन है जहां उज्जैनी से दोगुना बड़ा संगम स्थल बनेगा जो निकट भविष्य में पर्यटन की दृष्टि से इंदौर की पहचान भी साबित होगा।
मनोज पटेल, विधायक

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