Tuesday, June 28, 2016

एमआर-4 के नाम पर मिट्टी खोदकर भर रहे हैं बिल्डर का गड्ढा

फरार जाट बंधुओं के ठाठ
- दबंगाई दिखाने के लिए 3 जून को भवरासला तालाब में चलाई थी गोलियां
इंदौर. विनोद शर्मा ।
तालाब की मिट्टी की जबरिया खुदाई के लिए गोली चलाने के मामले में बाणगंगा पुलिस ने दुधिया के जिन जाट बंधुओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी दो दिन से इन्हीं भाइयों के नेतृत्व में तालाब की खुदाई जारी है जबकि पुलिस के रिकार्ड में ये फरार हैं। एफआई आर के साथ जाट बंधुओं के जो चार डम्पर जब्त किए गए थे पुलिस से ‘मुक्ति’ मिलते ही उन्हें भी ‘एमआर-4 के लिए’ लिखकर मिट्टी ढुलाई पर लगाया जा चुका है ताकि रोकटोक न हो।
मामला भवरासला तालाब का है इस तालाब में दुधिया निवासी शक्ति जाट और पप्पी जाट मिट्टी खोद रहे हैं। 24 घंटे खुदाई जारी है। इस दौरान 150 ट्रक से अधिक मिट्टी रोज खोदी जा रही है। मिट्टी से भांग्या रोड स्थित ग्राम भवरासला की सर्वे नं. 169/1 और 169/2 की जमीन ‘जो कि डायटोनिक डेवलपर्स प्रा.लि. वाले अमित पिता मोतीलाल टोंगिया की है’, पर मॉल निर्माण के लिए 2010-11 में दो लाख वर्गफीट जमीन पर खोदे गए गड्ढे को भरा जा रहा है। खास बात यह है कि मिट्टी ढुलाई के लिए जिन डम्परों का इस्तेमाल किया जा रहा है उन पर एडीएम की अनुमति  की पर्ची भी चस्पी है जिस पर लिखा है एमआर-4 के लिए।
3 को कैस दर्ज, 6 से खुदाई शुरू
बाणगंगा पुलिस ने 3 जून को सुंदरनगर निवासी अमरसिंह पिता तुलसीराज सिंह की शिकायत पर शक्ति जाट, पप्पी जाट और उनके सुपरवाइजर रामगोपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अमरसिंह की शिकायत के अनुसार मित्र के खेत में उपजाऊ मिट्टी डालने के लिए जलकार्य समिति प्रभारी बलराम वर्मा से खनन की मौखिक अनुमति ली थी। खुदाई करने आए तो यहां जाट बंधु पहले से ही खुदाई कर रहे थे। रामगोपाल और शक्ति ने हमें देखते ही गालीगलौज शुरू कर दी। कहा कि हमसे पूछे बिना एक डम्पर मिट्टी खोदकर नहीं ले जा सकता। समझाने के बाद दोनों चले गए। कुछ देर बाद पप्पी के साथ आए और पप्पी ने देशी कट्टा निकाला और फायरिंग शुरू कर दी। 3-4 गोलियां चली।
पुलिस मेहरबान तो सब काम आसान
पुलिस ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके चार डम्पर (एमपी09एचजी6328, एमपी09एचजी 1371, आरजे01जीए7092 और एमपी09एचएच0316) भी जब्त किए थे जो 5 जून की रात तक थाने के बाहर ही खड़े थे। 6 जून से शक्ति बंधुओं ने इन्हीं गाड़ियों के साथ खुदाई शुरू कर दी। उसी दिन से अमरसिंह ने खुदाई बंद कर दी।   थाना स्टाफ कहता है केस खत्म हो चुका है। गिरफ्तारी और जब्ती करके सबको छोड़ दिया है। वहीं पहले ही दिन तब से ही पुलिस की भूमिका पर अंगुली उठ रही है जब गोलीबारी की घटना को दबाने के लिए पुलिस ने पूरी मेहतन की। पहले दो दिन तक मौके पर पीसीआर वेन खड़ी करके आसपास के लोगों पर कुछ न बोलने के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया गया, गोली की गिनती को लेकर कहानियां गढ़ी और फिर यहां तक कह दिया कि गोली चली ही नहीं।
दोनों को अनुमति दी थी
अनुमति दोनों को दी थी लेकिन गोलीकांड की जानकारी मुझे नहीं है। न ही जबरिया खुदाई की जानकारी है। मैं इस संबंध में जांच करवाता हूं, आवश्यकतानुसार कार्रवाई करेंगे।
बलराम वर्मा, प्रभारी
जलकार्य
मालिक फरार है, मजदूर खोद रहे हैं मिट्टी
जाट बंधुओं के पास खनन की अनुमति थी जो उन्होंने दिखाई है जबकि अमरसिंह के पास अनुमति नहीं है। इसी बात पर झगड़ा हुआ था। फायरिंग हुई। तीनों फरार हैं, बुधवार को भी अग्रिम जमानत खारिज हो गई। डम्पर पकड़े थे जो कोर्ट से छूटे हैं। खुदाई मजदूर कर रहे होंगे। मिट्टी क्या और कैसे खोद  रहे हैं यह खनीज विभाग देखे।
विनोद दीक्षित, टीआई

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