उज्जैन से विनोद शर्मा ।
बचपन से ही ईश्वर को कॉलेज, भक्ति को शिक्षा और सेवा को ही दीक्षा मानते आए इंदौर के महंत रामगोपाल दास जी गुरुवार को गुुरुवर बनने जा रहे हैं। अखिल भारतीय पंच श्री रामानन्दीय दिगम्बर अनी अखाडा के ध्वज तले तकरीबन दो हजार संत-महंतों की मौजूदगी में पट्टाभिषेक करके उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी जाएगी। श्री रामगोपालदास जी इंदौर के खातीपुरा (रीवर साइड रोड) स्थित श्री राम मंदिर के महंत हैं।
वृंदावन में शिक्षा-दीक्षा करके सन्यासी बने रामगोपालजी दस साल पहले पंचकुइया में स्थित लक्ष्मणदासजी महाराज के पास पहुंचे थे तब उन्होंने सोचा भी नहीं था सिंहस्थ 2016 उन्हें बड़ी सौगात दे जाएगा। पहाड़ी बाबा खालसा के पीठाध्यक्ष श्री राजेंद्र दास जी ने सेवा और समर्पण देखते हुए अपने शिष्य रामगोपालजी का नाम महामंडलेश्वर की उपाधि के लिए आगे बढ़ाया। बैशाख शुक्ल प्रदोष (त्रयोदषी) मंगलवार के पुन्य पुनीत अवसर पर पंच श्री रामानन्दीय दिगम्बर अनी अखाड़ा के चरणपादुकाजी व श्री हनुमान जी के निशानों के सानिध्य में अंकपात चौराहा स्थित दिगम्बर अखाड़े में उनका पट्टाभिषेक होगा। गौरतलब है कि दो साल पहले राम मंदिर की जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए महंत जी ने काफी संघर्ष भी किया था।
गौ रक्षा को समर्पित रहेगा जीवन
23वर्ष की उम्र में सन्यास ले चुके श्री रामगोपाल जी ने बताया कि मैं अपने गुरू राजेंद्रदास जी की तरह अपना जीवन भी गौ रक्षा को समर्पित करूंगा। संत, समाज और गौ सेवा ही सर्वोपरी होगी।
बड़ी संख्या में संत रहेंगे मौजूद
चित्रकूटस्थ श्रीतुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामभद्राचार्य जी महाराज,श्री अग्रदेवाचार्य पीठाधीश्वर श्रीराघवाचार्य जी महाराज रैवासाधाम, श्री मलूकपीठाधीश्वर जगद्गुरु द्वाराचार्य श्री राजेन्द्रदेवाचार्य जी महाराज श्री आद्यवाराह पीठाधीश्वर श्री श्री रामप्रवेशदास जी महाराज श्री सूखानन्द पीठाधिश्वर जगदगुरु जी महाराज, इंदौर से लक्ष्मणदास महाराज, महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा सहित 2000 संत होंगे माजूद।
झनकारेश्वरदास बने जगदगुरू पीपा पीठाधीश्वर
अखाड़े में इसी खालसे के श्री मंगलपीठाधीश्वर टीलागाद्याचार्य श्री महंत श्री श्री १०८ श्री माधवाचार्य जी महाराज की अध्यक्षता में श्री झन्कारेश्वर दास (श्री त्यागी जी महाराज) को द्वाराचार्य जगद्गुरू पीपा पीठाधीश्वर बनाया गया। चांदी के सिंहासन पर पट्टाभिषिक्त कर छड़ी, छत्र, चंवर से अंलकृत किया गया।
बचपन से ही ईश्वर को कॉलेज, भक्ति को शिक्षा और सेवा को ही दीक्षा मानते आए इंदौर के महंत रामगोपाल दास जी गुरुवार को गुुरुवर बनने जा रहे हैं। अखिल भारतीय पंच श्री रामानन्दीय दिगम्बर अनी अखाडा के ध्वज तले तकरीबन दो हजार संत-महंतों की मौजूदगी में पट्टाभिषेक करके उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी जाएगी। श्री रामगोपालदास जी इंदौर के खातीपुरा (रीवर साइड रोड) स्थित श्री राम मंदिर के महंत हैं।
वृंदावन में शिक्षा-दीक्षा करके सन्यासी बने रामगोपालजी दस साल पहले पंचकुइया में स्थित लक्ष्मणदासजी महाराज के पास पहुंचे थे तब उन्होंने सोचा भी नहीं था सिंहस्थ 2016 उन्हें बड़ी सौगात दे जाएगा। पहाड़ी बाबा खालसा के पीठाध्यक्ष श्री राजेंद्र दास जी ने सेवा और समर्पण देखते हुए अपने शिष्य रामगोपालजी का नाम महामंडलेश्वर की उपाधि के लिए आगे बढ़ाया। बैशाख शुक्ल प्रदोष (त्रयोदषी) मंगलवार के पुन्य पुनीत अवसर पर पंच श्री रामानन्दीय दिगम्बर अनी अखाड़ा के चरणपादुकाजी व श्री हनुमान जी के निशानों के सानिध्य में अंकपात चौराहा स्थित दिगम्बर अखाड़े में उनका पट्टाभिषेक होगा। गौरतलब है कि दो साल पहले राम मंदिर की जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए महंत जी ने काफी संघर्ष भी किया था।
गौ रक्षा को समर्पित रहेगा जीवन
23वर्ष की उम्र में सन्यास ले चुके श्री रामगोपाल जी ने बताया कि मैं अपने गुरू राजेंद्रदास जी की तरह अपना जीवन भी गौ रक्षा को समर्पित करूंगा। संत, समाज और गौ सेवा ही सर्वोपरी होगी।
बड़ी संख्या में संत रहेंगे मौजूद
चित्रकूटस्थ श्रीतुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामभद्राचार्य जी महाराज,श्री अग्रदेवाचार्य पीठाधीश्वर श्रीराघवाचार्य जी महाराज रैवासाधाम, श्री मलूकपीठाधीश्वर जगद्गुरु द्वाराचार्य श्री राजेन्द्रदेवाचार्य जी महाराज श्री आद्यवाराह पीठाधीश्वर श्री श्री रामप्रवेशदास जी महाराज श्री सूखानन्द पीठाधिश्वर जगदगुरु जी महाराज, इंदौर से लक्ष्मणदास महाराज, महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा सहित 2000 संत होंगे माजूद।
झनकारेश्वरदास बने जगदगुरू पीपा पीठाधीश्वर
अखाड़े में इसी खालसे के श्री मंगलपीठाधीश्वर टीलागाद्याचार्य श्री महंत श्री श्री १०८ श्री माधवाचार्य जी महाराज की अध्यक्षता में श्री झन्कारेश्वर दास (श्री त्यागी जी महाराज) को द्वाराचार्य जगद्गुरू पीपा पीठाधीश्वर बनाया गया। चांदी के सिंहासन पर पट्टाभिषिक्त कर छड़ी, छत्र, चंवर से अंलकृत किया गया।
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