


विनोद शर्माThursday, April 09, 2009 01:05 [IST]
इंदौर. शराब दुकानों की बढ़ती परेशानी भारी विरोध के बाद भी कम होती नहीं दिखती। राजस्व बढ़ाने के लिए सरकार ने दुकानें तो बढ़ा दीं लेकिन उसके कारण जनता को होने वाली परेशानी उसे नहीं दिखती। इन्हें हटाने के लिए हर तरफ विरोध हो रहा है। भास्कर ने स्कैन की जनता की परेशानी-
मिश्रनगर स्थित मीराश्री अपार्टमेंट में एक व्यक्ति ने लोन लेकर गिफ्ट आइटम्स की दुकान डाली थी। दुकान से लगे अंग्रेजी शराब के ठिकाने के कारण उनकी दुकान पर ग्राहक आने से कतराते थे। कमाई तो दूर, उनके लिए दुकान का खर्च निकालना ही मुश्किल हो चुका था। परेशान होकर उन्हें दुकान बंद करना पड़ी। अब वे एक निजी संस्था में नौकरी कर परिवार का पेट पाल रहे हैं।
ऐसे एक-दो नहीं कई उदाहरण हैं। अपना खजाना भरने के लिए सरकार ने जिन शराब दुकानों को अनुमति दी वे आज आसपास के रहवासियों के साथ दुकानदारों के लिए परेशानी बन गई हैं। कोई शराबियों के हुड़दंग और गाली-गलौज से परेशान है तो कुछ शराबियों के बीच आए दिन होने वाले झगड़ों की गवाही देने से। लोग शिकायतें करते हैं लेकिन सुनवाई नहीं होती। इन्हें मिलने वाले राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण के कारण लोग खुलकर विरोध नहीं कर पाते। इस मामले में सरकार की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक ओर तो वह शैक्षणिक, धार्मिक और सार्वजनिक स्थानों से पान की दुकानों तक को सौ मीटर दूर रखने की बात करती है वहीं शहर में कई शराब दुकानें ऐसे स्थानों पर हैं और देखने वाला कोई नहीं।
‘रहवासी क्षेत्रों को बनाएंगे शराबमुक्त’
इंदौर. शराब दुकानों के खिलाफ शहर में चल रहे अभियान में कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल आगे आए हैं। उन्होंने संकल्प लिया है कि वे जीते तो लोकसभा में पहल करेंगे ताकि रहवासी क्षेत्रों को शराबमुक्त बनाया जा सके।
शहर कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने संवाददाताओं को बताया श्री पटेल ने जनता से वादा किया है कि वे लोकसभा पहुंचकर सबसे पहली आवाज इंदौर के रहवासी क्षेत्रों को शराबमुक्त बनाने के लिए उठाएंगे। श्री पटेल संसद में पहुंचकर राष्ट्रीय शराब नीति बनाने की जोरदार मांग भी पार्टी के अन्य सांसदों को विश्वास में लेकर उठाएंगे।
कांग्रेस : क्षेत्र-5 के कार्यकर्ता सम्मेलन में भी शराब की गूंजविधानसभा क्षेत्र-5 में कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन पार्टी उम्मीदवार सत्यनारायण पटेल, शोभा ओझा, रामेश्वर पटेल आदि की उपस्थिति में हुआ। इसमें कई कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव में जुट जाने का आह्वान किया गया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने शहर में शराब विरोधी मुहिम छेड़े जाने की बात भी कही।
कांग्रेस उम्मीदवार द्वारा शराब के खिलाफ अभियान छेड़े जाने का ऐलान करने क बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर शराब व्यावसासियों को संरक्षण देने का आरोप जड़ा है। नगर अध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता, उमेश शर्मा, सूरज कैरो, मुकेशसिंह राजावत आदि ने कहा कि शहर में सांवेर रोड से खंडवा रोड तक शराब के ज्यादातर कारोबारी कांग्रेसी हैं। प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने ही 1996 में अहाते में शराब बेचने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कांग्रेसी भाजपा के खिलाफ झूठा प्रचार कर रहे हैं।
शराब दुकान : रोज की परेशानी, सुनने वाला कोई नहींदुकान के ठीक सामने 15 मीटर की दूरी पर शासकीय उन्नत माध्यमिक विद्यालय और सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य सामुदायिक भवन है। सामुदायिक भवन में आंगनवाड़ी के साथ महिलाओं और बच्चों के लिए टीकाकरण केंद्र भी है। दुकान के एक ओर मकान हैं तो दूसरी ओर दुकानें।
हीरानगर निवासी विशाल जोशी और रविदासनगर निवासी शंकर कुशवाह ने बताया शुरुआती दौर में विरोध हुआ था लेकिन सुनवाई न होने के बाद लोगों ने माहौल में जीना सीख लिया।
वाइन शॉप (छोटा बांगड़दा)वेअर हाउस से लगी देशी शराब दुकान से छोटा बांगड़दा मेनरोड पर दो सौ मीटर की दूरी पर वाइन शॉप का निर्माण चल रहा है। वाइन शॉप कृष्णा मैरिज गार्डन के ठीक सामने है। अहाता भी बन रहा है।
छोटा बांगड़दा रोड निवासी अनिता जैन ने बताया देशी शराब दुकान के कारण पहले ही शाम के वक्त वीआईपी रोड तक पहुंचना मुश्किल था, वाइन शॉप खुलने से महिलाओं के लिए दिक्कतें और बढ़ जाएंगी। यहीं के विमल जांगिड़ ने बताया शराब विक्रेताओं की रसूखदारी के कारण उनके खिलाफ बोलकर कोई पचड़े में नहीं पड़ना चाहता। हालांकि परेशान सभी हैं।
लाल भवन वाइन शॉप (जिंसी चौराहा)यह वाइन शॉप करीब दस साल से जिंसी चौराहा स्थित लाल भवन में चल रही है। दुकान सौ मीटर के दायरे में तीन तरफ से धर्मालयों से घिरी है। एक तरफ सफेद मसजिद है तो दूसरी ओर काली मसजिद और शनि मंदिर जबकि सामने माता का मंदिर है। पास में बैंक और दवाखाना भी है।
आसपास के लोगों ने बताया दुकान पहले लाल भवन के सामने स्थित साईंकृपा भवन में थी। वहां मनोहर गुरु के नेतृत्व में लोगों ने तोड़फोड़ करके दुकान बंद करवा दी थी। राजनीतिक पकड़ के कारण कुछ दिनों तक बंद रहने के बाद दुकान दस साल से लाल भवन में चल रही है। श्री गुरु की मृत्यु के बाद अब विरोध करने की किसी में हिम्मत नहीं।
वाइन शॉप (राजमोहल्ला चौराहा)चौराहे पर लगी शहीद भगतसिंह की प्रतिमा के ठीक पीछे है दुकान। खालसा स्कूल, कॉलेज और वैष्णव स्कूल के साथ पेट्रोल पंप की दूरी दुकान से करीब 30 मीटर है। पास में ही महेशनगर जैसी पॉश कॉलोनी का मेनगेट है जहां दिनभर लोगों की आवाजाही रहती है।
महेशनगर निवासी मिश्रीलाल नीमा ने बताया अहाते की पार्किग मेनरोड पर होती है जिससे शाम के बाद बार-बार जाम लगता है। तेली बाखल के निहाल अग्रवाल का कहना है सुनवाई हो तो शिकायत करें। यहां शिकायत पर सरकारी अधिकारी आते हैं, जेब गर्म करके लौट जाते हैं।
वाइन शॉप (महू नाका)शहर के प्रमुख चौराहों में से एक महू नाका चौराहे पर लगी इस वाइन शॉप के ठीक के पीछे शासकीय मालव कन्या स्कूल और जिला शिक्षाधिकारी का ऑफिस है। तीस मीटर की दूरी पर तरण पुष्कर है वहीं बीस मीटर की दूरी पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा।
उषानगर निवासी राजू अग्रवाल और स्वास्तिकनगर निवासी यूनुस खान ने बताया सरकार जहां पान की दुकानों को भी स्कूल से सौ मीटर दूर रखने के आदेश जारी करती है वहीं कन्या स्कूल के सामने चल रही शराब दुकान उसी परिसर में बैठने वाली जिला शिक्षाधिकारी को नजर नहीं आ रही है।
वाइन शॉप (मिश्रनगर)अन्नपूर्णा मंदिर से राजेंद्रनगर की ओर बढ़ते ही करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर है दुकान। एक तरफ मीरा बाजार है, दूसरी ओर मीराश्री अपार्टमेंट व मनी आर्केट। सामने प्रोग्रेसिव स्कूल की सीमा लगी है। सौ मीटर में दो मंदिर हैं।
मीराश्री अपार्टमेंट, मनी आर्केड के साथ मीरा बाजार के दुकानदारों का कहना है शराब दुकान से दूसरी तीस दुकानदारों की हालत खराब है। आने-जाने वालों पर कमेंट और विरोध पर मारपीट करते हैं। एक साथी ने दुकान से लगी गिफ्ट शॉप बंद करके नौकरी कर ली।
अंग्रेजी शराब दुकान (महाराजा स्कूल- जेल रोड)महाराजा स्कूल की बाउंड्री से लगे मार्केट में भांग की दुकान के पास देशी शराब की दुकान थी। अब यह इसी मार्केट में उसी स्थान के पास शिफ्ट हो गई जहां चिमनबाग मैदान में आने-जाने का रास्ता है। पास में नूतन स्कूल है, सामने मराठी समाज का सामुदायिक भवन गणोश मंडल।
स्नेहलतागंज निवासी लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया चिमनबाग मैदान में दिनभर खिलाड़ियों (स्कूली बच्चों) से ज्यादा शराबी बोतल खोलकर बैठे नजर आते हैं। नूतन स्कूल के विद्यार्थी पंकज जैन ने बताया सुबह मैदान में शराब की फूटी बोतलें नजर आती हैं।
मंदिरों का मार्ग कहे जाने वाले भंडारी मिल-परदेशीपुरा रोड पर काली मंदिर से सौ मीटर की दूरी पर है दुकान। दुकान सरजूबाई पारमार्थिक नेत्र चिकित्सालय और पालीवाल धर्मशाला से लगी हुई है।
शीलनाथ कैंप निवासी राजकुमार सिंह ने बताया एक तरफ मंदिर में आरती होती है और दूसरी ओर रहवासियों को शराबियों की गाली-गलौज सुनना पड़ती है।