Friday, November 4, 2016

नर्मदा के भरौसे ‘शिव’ की सरकार

मालवा के बाद निमाड़ पर फोकस, 1570 करोड़ की पांच परियोजनाएं मंजूर
इंदौर. विनोद शर्मा ।
नर्मदा-शिप्रा सिंहस्थ लिंक से मिली सफलता और वैश्विक श्रेय मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नर्मदा के रास्ते निमाड़ का गढ़ जीतने की तैयारी कर ली है। इसके लिए शनिवार को मुख्यमंत्री ने इस कड़ी में 1570 करोड़ से ज्यादा की अलग-अलग सिंचाई परियोजनों को मंजूरी दी। इन योजनाओं से खंडवा और खरगोन की करीब 2.37 लाख हेक्टेयर जमीन की प्यास बुझेगी। इन सभी परियोजनों को पूरा करने की समयसीमा 24 से 30 महीने रखी गई है। यानी 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले-पहले काम जमीन पर दिखने लगेगा।
नर्मदा नियंत्रण मंडल (एनसीबी) की 55वीं बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के अध्यक्षता में संपन्न हुई थी। बैठक का पूरा जोर नर्मदा जल के ज्यादा से ज्यादा दोहन और सूखे निमाड़ को तर करने पर था। इस कड़ी में पांच योजनाओं पर चर्चा हुई। छेगांव माखन, बिस्टान, चोंडी जमुनिया, जावर, बलकवारा लिफ्ट एरिकेशन को मंजूरी मिली। पांचों योजनाओं की लागत 1570.63  करोड़ है। इनका फायदा खंडवा के जिले के खंडवा, पंधाना और खरगोन जिले के खरगोन, भिकनगांव, गोगांवा, भगवानपुरा, तहसील के 253 गांव के तकरीबन तीन लाख किसानों को मिलेगा।
मालवा पर भी मेहरबान
2014 में नर्मदा-शिप्रा सिंहस्थ लिंक पर काम पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने नर्मदा-गंभीर मालवा पर काम शुरू करवा दिया। इतना ही नहीं नर्मदा-कालीसिंध और नर्मदा-पार्वती का सर्वे भी शुरू करवा दिया। इन चारों योजनाओं से इंदौर, देवास, शाजापुर, उज्जैन, सीहोर, राजगढ़ तक के जिलों की जमीन को पानी मिलना है।
बीते सितंबर ही मुख्यमंत्री ने इंदौर के लिए 60 करोड़ की सिमरोल-अंबाचंदन माइक्रो सिंचाई योजना और 130 करोड़ की उज्जैनी-उज्जैन पाइप लाइन योजना मंजूर की। इन योजनाओं से इंदौर-उज्जैन-देवास को सिंचाई के साथ ही पीने का पानी भी मिलेगा। इसके साथ ही पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के लिए भी 350 करोड़ की योजना मंजूर की जा चुकी है।
14 बड़ी योजनाओं को मिलेगी जमीन
बैठक में अलग-अलग योजनाओं पर भी चर्चा हुई। इनमें सिंध प्रोजेक्ट-फेज दो, इंदिरा सागर प्रोजेक्ट फेज एक और दो, माही प्रोजेक्ट, बरियारपुर प्रोजेक्ट, महन प्रोजेक्ट, पेंज प्रोजेक्ट, सागर प्रोजेक्ट, सिंहपुर प्रोजेक्ट, संजय सागर प्रोजेक्ट, महुअर प्रोजेक्ट, इंदिरा सागर प्रोजेक्ट कैनाल फेज-चार और पांच, ओकारेश्वर प्रोजेक्ट, बरगी प्रोजेक्ट तीन और चार। बता दें कि इस प्रोजेक्टों में मध्य प्रदेश के जिन जिलों को लाभ मिलेगा,उनमें शिवपुरी, ग्वालियर, बड़बानी, खरगोन, भिंड, दतिया, जबलपुर, सतना, रीवा, धार, झाबुआ, छतरपुर, छिंदबाडा, विदिशा और सीधी आदि जिले शामिल है।
इन योजनाओं के टेंडर मंजूर किए..
छ:गांव माखन लिफ्ट एरिकेशन
सिंचित क्षेत्र- 86485 एकड़
लागत-- 536.99 करोड़
काम करेगी - लार्सन एंड टर्बो (एलएंडटी)
लाभान्वित  गांव - पंधाना(खंडवा) के 58 गांव
समयसीमा- 3 साल
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बिस्टान लिफ्ट एरीकेशन योजना
लागत- 374.64 करोड़
सिंचित क्षेत्र- 54362 एकड़
काम करेगी- हिन्दुस्तान कन्सट्रक्सन कम्पनी और लक्ष्मी सिविल इंजीनियरिंग (ज्वाइंट वेंचर)
समयसीमा- 30 माह
लाभांवित गांव- 92( भगवानपुरा के 37, गोगांवा के  47 और खरगोन के 8)
मिली प्रशासकीय स्वीकृति
चोंडी जमुनिया लिफ्ट एरिकेशन
लागत- 68.36 करोड़
सिंचित क्षेत्र- 9884 एकड़
लाभांवित गांव- 10( भिकनगांव के 8, कसरावद के 2)
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बलकवाड़ा लिफ्ट एरिकेशन
लागत- 123.69 करोड़
सिंचित जमीन - 22239 एकड़
लाभान्वित गांव- कसरावद के 40
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जावर लिफ्ट एरिकेशन
लागत : 466.91 करोड़
सिंचित जमीन : 64246 एकड़
लाभान्वित गांव : खंडवा तहसील के 5

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