कार्रवाई करना तो दूर, शिकायतें तक दबा दी, बेखौफ चल रहा है अवैध निर्भयसिंह हॉस्पिटल
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
दादा निर्भयसिंह पटेल के नाम से मेमोरियल हॉस्पिटल चला रहे डॉ. अनिल एस.घई का मैनेजमेंट तगड़ा है जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाती। इस काम में उनकी भाजपा विधायक के साथ ही अन्य सिंधी राजनीति से जुड़े अन्य नेता भी मदद करते हैं। हालात यह है कि क्षेत्र की आधी आवाम की नाराजगी और परेशानियों को नजरअंदाज करके अस्पताल को पोषित किया जा रहा है।
हॉस्पिटल जिस जमीन पर बना है वह सीलिंग की है। मतलब सरकारी। बावजूद इसके यहां बड़ा भारी हॉस्पिटल तन गया। हॉस्पिटल बिलावली जोन से के सामने भोलाराम उस्ताद मार्ग पर तकरीबन 250 मीटर दूर ही है। बावजूद इसके अवैध निर्माण पर नगर निगम ने कार्रवाई नहीं की। रिमुवल तो दूर, नोटिस तक नहीं दिया गया। वह भी उस स्थिति में जब अस्पताल की खुदाई के दौरान नीचे बिलावली तालाब-बिलावली फिल्टर प्लांट मेनलाइन निकल चुकी है।
अधिकारियों ने देखा, अनदेखा कर दिया
अस्पताल 2012 से 2014 के बीच बना है। अस्पताल एलशेप में बना है। भोलाराम उस्ताद मार्ग से शुरू होकर शिवमपुरी कॉलोनी की ओर। शिवमपुरी कॉलोनी की ओर वाला जो हिस्सा बना है उसकी खुदाई के दौरान बिलावली लाइन निकली थी। लोगों ने इसकी सूचना बिलावली के भवन अधिकारी अशोक शर्मा को दी। शर्मा मौके पर पहुंचे। लाइन देखी भी लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। बाद में इन्हीं भवन अधिकारी के देखते देखते ही अस्पताल तन गया।
हमेशा कचरे के डिब्बे में डाल देते हैं शिकायत
डॉ. घई और उनके अस्पताल से क्षेत्र के आधे लोग खफा है। बिलावली जोन से लेकर नगर निगम मुख्यालय, भंवरकुआं थाने से लेकर आईजी आॅफिस तक और एसडीएम से लेकर कलेक्टर तक से मामले की शिकायत की जा चुकी है। शिकायतों में ईलाज की मनमानी से लेकर निर्माण की मनमानी तक सब शामिल है। अस्पताल की अवैध पार्किंग लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। बावजूद इसके किसी एक महकमे ने कार्रवाई नहीं की।
विधायक की माया, डॉ.घई पर छाया
देपालपुर विधायक मनोज पटेल इसी क्षेत्र में रहते हैं। सरकार में उनकी पकड़ भी अच्छी है। इसीलिए उनके और उनके दिवंगत पिता के नाम की आड़ लेकर अस्पताल नियम-कायदों को तांक पर रखकर चलता आ रहा है। विसम परिस्थिति में विधायक पटेल डॉ.घई के साथ खड़े भी नजर आए।
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