- इंदौर के दोनों न्यूज एडिटर के पद भुवनेश्वर-कोहिमा में समाहित
- अगले आदेश तक संकट बरकरार
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
यह आकाशवाणी इंदौर की प्रादेशिक समाचार सेवा है...। अब आप बाबुराम मरकाम से सुनिये समाचार...। देहात क्षेत्र में अखबार से पहले हर सुबह 7.05 बजे समाचार पहुंचाने वाली यह समाचार सेवा बंद होने की कगार पर है। सीधे तो नहीं लेकिन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने न्यूज एडिटर की दोनों पोस्ट खत्म कर इंदौर न्यूज रूम की तालाबंदी का रास्ता साफ कर दिया है।
मप्र में आकाशवाणी के दो प्रादेशिक समाचार केंद्र हैं। इनमें एक भोपाल है जो भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर व अन्य संभागों के लिए। दूसरी आकाशवाणी इंदौर की समाचार सेवा जो मालवा-निमाड़ को तवज्जो देते हुए 1981 में शुरू की गई थी। अभी यहां दो न्यूज एडिटर हैं। मंत्रालय ने रिस्ट्रक्चरिंग के तहत इन दोनों पोस्ट को खत्म करते हुए एक को भुवनेश्वर और दूसरी को कोहिमा में समाहित किया है। बचे न्यूज पढ़ने वाले तो वह नियमित नहीं है। इसीलिए न्यूज रूम का भविष्य खतरे में है। इसीलिए इस न्यूज रूम को बचाने की मांग भी उठने लगी है। कमोबेशय पूणे और धारवाड़ सहित अन्य तीन केंद्रों को लेकर भी मंत्रालय की मंशा यही है।
यह है समाचारों का सिस्टम
मेन बुलेटिन सुबह 7.05 से 7.15 बजे तक।
एफएम हैडलाइन पर दो बार। 10.30 से 10.32 और 11.30 से 11.32 बजे तक।
डिस्ट्रिक्ट न्यूज लेटर और न्यूज रील: 9.05 से 9.10 बजे तक रोज। हर सोमवार रात 8 बजे से 8.15 बजे तक।
बचेगा सिर्फ प्रोग्राम सेक्शन
अभी आकाशवाणी इंदौर में छह प्रमुख पद हैं। इनमें डीडीजी-एचओ से लेकर स्टेनो तक शामिल हैं। इनमें से न्यूज एडिटर के दो पद कम होने के बाद सिर्फ प्रोग्राम सेक्शन में अधिकारी बचेंगे। जो अलग-अलग कार्यक्रमों में लोगों को फरमाइशी गीत सुनाते हैं।
20 लाख से अधिक समर्थक
मार्च 2015 में मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार आकाशवाणी के फेसबुक फोलोवर 20 लाख के पार हैं। समकक्ष समाचार संगठनों के बीच आकाशवाणी समाचार सर्वाधिक पसंदीदा हैं। आकाशवाणी का समाचार सेवा प्रभाग देशभर में हर रोज औसतन एक करोड़ लोगों तक पहुंचता है। समाचार न्यूजआॅनएअर.कॉम जैसी वेबसाइट पर भी सूने जा सकते हैं। समाचारों को पसंद करने वालों में नेपाल, पाकिस्तान, सउदी अरब, बांग्लादेश, अमरीका, ब्रिटेन और सिंगापुर आदि से बड़ी संख्या में फोलोवर शामिल हैं। जो वेबसाइट से समाचार सुनते हैं। भारतीय शहरों में न केवल शहरी और मेट्रो यूजर शामिल हैं। इनमें इंदौर, भोपाल, जयपुर, श्रीनगर, पटना, कानपुर, सूरत, कोयम्बटूर, देहरादून आदि से भी बड़ी संख्या में लोग आकाशवाणी समाचार के फोलोवर हैं।
पीआईबी के बाद आकाशवाणी
इससे पहले मंत्रालय ने 31 अगस्त से इंदौर, कोटा, कटक, कानपुर, मदुरई, राजकोट और नांदेड से प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की सेवाएं समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले इस सूची में नांदेड की जगह पुणे का नाम था जिसे राजनीतिक प्रेशर के बाद हटा दिया गया। इंदौर पीआईबी में मधुकर पंवार है जो 1 सितंबर से डीएफपी में असिसटेंट डायरेक्टर के रूप में सेवाएं देंगे।
- अगले आदेश तक संकट बरकरार
इंदौर. चीफ रिपोर्टर ।
यह आकाशवाणी इंदौर की प्रादेशिक समाचार सेवा है...। अब आप बाबुराम मरकाम से सुनिये समाचार...। देहात क्षेत्र में अखबार से पहले हर सुबह 7.05 बजे समाचार पहुंचाने वाली यह समाचार सेवा बंद होने की कगार पर है। सीधे तो नहीं लेकिन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने न्यूज एडिटर की दोनों पोस्ट खत्म कर इंदौर न्यूज रूम की तालाबंदी का रास्ता साफ कर दिया है।
मप्र में आकाशवाणी के दो प्रादेशिक समाचार केंद्र हैं। इनमें एक भोपाल है जो भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर व अन्य संभागों के लिए। दूसरी आकाशवाणी इंदौर की समाचार सेवा जो मालवा-निमाड़ को तवज्जो देते हुए 1981 में शुरू की गई थी। अभी यहां दो न्यूज एडिटर हैं। मंत्रालय ने रिस्ट्रक्चरिंग के तहत इन दोनों पोस्ट को खत्म करते हुए एक को भुवनेश्वर और दूसरी को कोहिमा में समाहित किया है। बचे न्यूज पढ़ने वाले तो वह नियमित नहीं है। इसीलिए न्यूज रूम का भविष्य खतरे में है। इसीलिए इस न्यूज रूम को बचाने की मांग भी उठने लगी है। कमोबेशय पूणे और धारवाड़ सहित अन्य तीन केंद्रों को लेकर भी मंत्रालय की मंशा यही है।
यह है समाचारों का सिस्टम
मेन बुलेटिन सुबह 7.05 से 7.15 बजे तक।
एफएम हैडलाइन पर दो बार। 10.30 से 10.32 और 11.30 से 11.32 बजे तक।
डिस्ट्रिक्ट न्यूज लेटर और न्यूज रील: 9.05 से 9.10 बजे तक रोज। हर सोमवार रात 8 बजे से 8.15 बजे तक।
बचेगा सिर्फ प्रोग्राम सेक्शन
अभी आकाशवाणी इंदौर में छह प्रमुख पद हैं। इनमें डीडीजी-एचओ से लेकर स्टेनो तक शामिल हैं। इनमें से न्यूज एडिटर के दो पद कम होने के बाद सिर्फ प्रोग्राम सेक्शन में अधिकारी बचेंगे। जो अलग-अलग कार्यक्रमों में लोगों को फरमाइशी गीत सुनाते हैं।
20 लाख से अधिक समर्थक
मार्च 2015 में मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार आकाशवाणी के फेसबुक फोलोवर 20 लाख के पार हैं। समकक्ष समाचार संगठनों के बीच आकाशवाणी समाचार सर्वाधिक पसंदीदा हैं। आकाशवाणी का समाचार सेवा प्रभाग देशभर में हर रोज औसतन एक करोड़ लोगों तक पहुंचता है। समाचार न्यूजआॅनएअर.कॉम जैसी वेबसाइट पर भी सूने जा सकते हैं। समाचारों को पसंद करने वालों में नेपाल, पाकिस्तान, सउदी अरब, बांग्लादेश, अमरीका, ब्रिटेन और सिंगापुर आदि से बड़ी संख्या में फोलोवर शामिल हैं। जो वेबसाइट से समाचार सुनते हैं। भारतीय शहरों में न केवल शहरी और मेट्रो यूजर शामिल हैं। इनमें इंदौर, भोपाल, जयपुर, श्रीनगर, पटना, कानपुर, सूरत, कोयम्बटूर, देहरादून आदि से भी बड़ी संख्या में लोग आकाशवाणी समाचार के फोलोवर हैं।
पीआईबी के बाद आकाशवाणी
इससे पहले मंत्रालय ने 31 अगस्त से इंदौर, कोटा, कटक, कानपुर, मदुरई, राजकोट और नांदेड से प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की सेवाएं समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले इस सूची में नांदेड की जगह पुणे का नाम था जिसे राजनीतिक प्रेशर के बाद हटा दिया गया। इंदौर पीआईबी में मधुकर पंवार है जो 1 सितंबर से डीएफपी में असिसटेंट डायरेक्टर के रूप में सेवाएं देंगे।